Varanasi : जिले के छितौना गांव (थाना चौबेपुर) में हुई घटना को लेकर राजभर एकता महासमिति वाराणसी ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। समिति ने जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया है कि 5 जुलाई 2025 को करणी सेना के सदस्यों ने जबरन चौबेपुर थाने में घुसकर तोड़फोड़ की और कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर व राजभर समाज के खिलाफ नारेबाजी की।
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समिति का दावा है कि करणी सेना के दबाव में पुलिस ने झूठी एफआईआर दर्ज की है, जबकि इस घटना में पीड़ित राजभर समाज का व्यक्ति आईसीयू में मरणासन्न स्थिति में है। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल हो चुका है, जिसमें थाने में हंगामा और सरकारी कार्य में बाधा डालने के दृश्य देखे जा सकते हैं।
पुरानी घटना का भी दिया हवाला
राजभर महासमिति ने इससे पहले थाना मिर्जामुराद में फाया राजभर हत्या कांड का भी जिक्र किया, जहां मुख्य अभियुक्त को करणी सेना के दबाव में छोड़ देने का आरोप लगाया गया है। संगठन का कहना है कि लगातार बढ़ रही दबंगई और प्रशासनिक लापरवाही के कारण करणी सेना का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
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प्रशासन से की गई मांगें
राजभर एकता महासमिति ने मांग की है कि:
- करणी सेना द्वारा दर्ज कराई गई फर्जी एफआईआर को निरस्त किया जाए।
- छितौना गांव की राजभर बस्ती में पुलिस बल की तैनाती की जाए ताकि लोगों की जान-माल की सुरक्षा हो सके।
- थाने में सरकारी कार्य में बाधा डालने वालों के खिलाफ प्रकृत एफआईआर दर्ज की जाए।
धरने की चेतावनी
समिति ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन जल्द उचित कार्रवाई नहीं करता, तो राजभर समाज को जिला मुख्यालय पर बड़ा धरना-प्रदर्शन करने के लिए विवश होना पड़ेगा।