Varanasi : कला प्रकाश द्वारा रविवार की शाम दुर्गाकुंड स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार अंधविद्यालय (Blindschool) के सभागार में आयोजित “संवाद” सांगीतिक संध्या ने सुरों की ऐसी बयार बहाई कि उपस्थित श्रोता भाव-विभोर हो उठे। संगीत की इस अद्वितीय शाम में बनारस घराने के ख्यातिप्राप्त सारंगी कलाकार भ्राताद्वय संदीप मिश्र एवं संगीत मिश्र ने अपनी मनोहारी सारंगी जुगलबंदी से कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए।

कार्यक्रम का शुभारंभ राग पूरिया कल्याण से हुआ, जिसमें कलाकारों ने आलाप की संगीतमयी गंभीरता के बाद विलंबित एक ताल में राग का विस्तार किया। इसके पश्चात द्रुत तीन ताल में प्रस्तुत रचना में दोनों भाइयों की तालमेल भरी प्रस्तुति ने श्रोताओं को सुर-लहरियों में बाँध दिया। जुगलबंदी में जहाँ एक ओर गहराई थी, वहीं दूसरी ओर आत्मीयता और संवाद की मधुरता भी थी, जो संध्या के शीर्षक को सार्थक करती रही। इसके पश्चात प्रस्तुत लोकधुन आधारित कजरी “हमारे सांवरिया नहीं आए” ने बनारसी रंग को मंच पर उकेर दिया, जिससे सभागार में बैठे रसिक श्रोता भावनाओं में डूब गए।

तबले पर पंडित किशोर मिश्र और सिद्धांत मिश्र ने अपनी कुशल संगत से सारंगी की रचनाओं को सशक्त आधार दिया और कलाकारों के साथ समरसता का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में कलाकारों का स्वागत अशोक कपूर एवं अभिजित अग्रवाल द्वारा किया गया, वहीं कार्यक्रम का संयोजन और संचालन डॉ. आशीष जायसवाल ने उत्कृष्ट ढंग से निभाया।

इस अवसर पर प्रो. कृष्णकांत शर्मा, डॉ. स्वरवंदना शर्मा, कावेरी भादुड़ी, रवि बृजराज अग्रवाल, पं. रविशंकर मिश्र सहित अनेक संगीत प्रेमी और विद्वतजन उपस्थित रहे, जिन्होंने कलाकारों की प्रस्तुति की मुक्तकंठ से सराहना की।