वाराणसी I वाराणसी के रामनगर आवासीय योजना के तहत बनाए गए 400 भवनों का सीवेज पहले घुरहा नाला के जरिए गंगा नदी में गिरता था, जिस पर NGT ने नाराजगी जताई थी। एनजीटी ने तुरंत सोपपिट का निर्माण कराने के निर्देश दिए थे। इस आदेश का पालन करते हुए वीडीए की टीम IIT BHU की टीम के साथ मिलकर सोपपिट निर्माण कार्य में जुटी हुई है।
इसी कड़ी में दोनों टीमों ने संयुक्त रूप से स्थल का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में सहायक अभियंता देवेश राम गुप्ता, IIT BHU के हाइड्रोलिक एंड वाटर रिसोर्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर केशव प्रसाद और डॉ. क्षितिज कुमार यादव शामिल रहे। उन्होंने बताया कि सोपपिट निर्माण का उद्देश्य सीवेज का उचित निपटान सुनिश्चित करना है, जिससे गंगा नदी में प्रदूषण को रोका जा सके। यह योजना गंगा नदी की स्वच्छता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।