Varanasi : शहर की सीवरेज समस्याओं के स्थायी समाधान और प्रदूषण नियंत्रण के लिए मंडलायुक्त एस. राजलिंगम ने सोमवार को दुर्गा नाला, वरुणा कॉरिडोर, चौकाघाट सीवेज पंपिंग स्टेशन और कोनिया मेन पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त करने और संचालित एसटीपी की वर्तमान क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए।
Varanasi : दुर्गा नाले पर एसटीपी निर्माण कार्य की समीक्षा
निरीक्षण की शुरुआत दुर्गा नाले से हुई, जहां जल निगम द्वारा नवविस्तारित इलाकों के नालों के गंदे पानी को वरुणा नदी में जाने से रोकने के लिए एसटीपी निर्माण कार्य किया जा रहा है। जल निगम अधिकारियों ने बताया कि नमामि गंगे परियोजना के तहत राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा 60 एमएलडी क्षमता के एसटीपी की स्वीकृति मिल चुकी है। वर्तमान में चिन्हित भूमि का अंश निर्धारण कार्य प्रगति पर है। मंडलायुक्त ने निर्देशित किया कि अंश निर्धारण की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण कर शासन को रिपोर्ट सौंपी जाए।

वरुणा कॉरिडोर के विकास को लेकर निर्देश
इसके बाद मंडलायुक्त ने वरुणा कॉरिडोर का निरीक्षण किया और सिंचाई विभाग को निर्देश दिया कि वह कॉरिडोर क्षेत्र के लिए एक उचित प्रस्ताव तैयार करें। प्रस्ताव में एलिवेटेड सड़क निर्माण का प्रावधान हो ताकि क्षेत्र में ट्रैफिक दबाव कम किया जा सके और सुगम यातायात सुनिश्चित हो सके।
चौकाघाट और कोनिया पंपिंग स्टेशनों का भी निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त चौकाघाट स्थित 140 एमएलडी क्षमता के मेन सीवेज पंपिंग स्टेशन और कोनिया मेन पंपिंग स्टेशन भी पहुंचे। यहां उन्होंने सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या को चिन्हित कर इसके समाधान के लिए संबंधित विभागों को उपयुक्त कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया।

अधिकारियों की उपस्थिति
निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त राजीव राय, महाप्रबंधक जलकल आशीष सिंह, परियोजना प्रबंधक गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण), अधिशासी अभियंता जल निगम (शहरी) समेत सिंचाई विभाग, प्रदूषण नियंत्रण विभाग और नगर निगम के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।