Varanasi: पूर्वांचल को खेलों के क्षेत्र में एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। नोएडा के बाद अब बनारस रेल इंजन कारखाना परिसर में पूर्वांचल का पहला फुल पैराबोलिक सिंथेटिक रिंक बनाया जाएगा। इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बरेका प्रशासन ने इस परियोजना के लिए एक करोड़ 20 लाख रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
ओलंपिक साइज के इस सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण
Varanasi बरेका के फुटबॉल मैदान के पास किया जाएगा। आठ मीटर चौड़ा यह रिंक पूरी तरह फुल पैराबोलिक होगा, जिसमें अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकेंगी। खिलाड़ियों की सुविधा के लिए मैदान के पास चेंजिंग रूम और शौचालय भी बनाए जाएंगे। साथ ही, रिंक के चारों ओर सुरक्षा के मद्देनजर ऊंची दीवार और रात के समय खेलने के लिए चार फ्लड लाइट पोल भी लगाए जाएंगे।
पाँच खेलों की होगी सुविधा
स्केटिंग संघ के सचिव मोहम्मद इसराइल के अनुसार इस रिंक पर इन-लाइन हॉकी, रोलर स्केटिंग हॉकी, रोलर डर्बी, इन-लाइन फ्री स्टाइल और क्लासिक स्लेम जैसे खेल खेले जा सकेंगे। साथ ही, ओलंपिक में शामिल स्केट बोर्ड का भी प्रशिक्षण यहां दिया जाएगा।
क्या होता है फुल पैराबोलिक रिंक?

फुल पैराबोलिक रिंक एक ऐसा रिंक होता है जिसमें कर्व (मोड़) का बाहरी हिस्सा ऊंचा और अंदर की ओर झुका होता है। इससे स्केटिंग करते समय खिलाड़ी को खिंचाव का अनुभव नहीं होता और वह अधिक तेजी से और सुरक्षित तरीके से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सकता है।
बरेका अधिकारी का बयान
बरेका के जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि, “बरेका में अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से युक्त ओलंपिक साइज का सिंथेटिक रिंक तैयार किया जाएगा। इससे वाराणसी के युवाओं को स्केटिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर मिलेगा।”