वाराणसी। ठंड बढ़ने के साथ बनारस की हवा में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। बढ़ते प्रदूषण के कारण शहर यलो जोन में आ गया है। अर्दली बाजार, मलदहिया और भेलूपुर शहर के सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र हैं। विशेषज्ञों ने इसे बच्चों, बुजुर्गों और सांस रोगियों के लिए घातक बताया है।
अर्दली बाजार में पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 230 और पीएम 10 की मात्रा 187 दर्ज की गई। इसके अलावा नाइट्रोजन की मात्रा 100, सल्फर 21 और कार्बन 108 पाई गई। दूसरी ओर, मलदहिया क्षेत्र में पीएम 2.5 की मात्रा 236 और पीएम 10 की 114 रही, जबकि नाइट्रोजन दो, सल्फर 27 और कार्बन 101 दर्ज किया गया।
भेलूपुर में पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा 146 रही। सल्फर की मात्रा 37, कार्बन 102 और नाइट्रोजन आठ पाई गई। बीएचयू क्षेत्र अपेक्षाकृत कम प्रदूषित है, जहां पीएम 2.5 की मात्रा 81, पीएम 10 की 99 और नाइट्रोजन की मात्रा दो दर्ज की गई।
डॉ. पीके सिंह, फिजिशियन, जिला अस्पताल ने कहा कि बढ़ता प्रदूषण बच्चों, बुजुर्गों और सांस के रोगियों के लिए बेहद खतरनाक है। उन्होंने सलाह दी कि लोग मास्क पहनकर बाहर निकलें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए चिकित्सक से संपर्क करें। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए न केवल व्यक्तिगत स्तर पर सावधानी बरतने की जरूरत है, बल्कि इसे नियंत्रित करने के लिए सरकारी प्रयास भी आवश्यक हैं।