Varanasi : वाराणसी के विकास प्राधिकरण (VDA) में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। जोन-5 पड़ाव कार्यालय में तैनात तीन इंजीनियरों को एंटी करप्शन टीम ने शनिवार को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। नक्शा पास कराने के नाम पर एक व्यक्ति से पैसे की मांग की जा रही थी, जिसकी शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई हुई।
शिकायत पर हुई कार्रवाई
रामनगर निवासी अजय कुमार गुप्ता ने एंटी करप्शन विभाग को जानकारी दी थी कि उनका नक्शा पास करने के एवज में ₹50,000 की मांग की गई थी। जब उन्होंने दबाव बनाया तो यह रकम घटाकर ₹25,000 कर दी गई। उन्होंने बताया कि यदि रिश्वत नहीं दी जाती, तो उनके निर्माण कार्य को तोड़ने की धमकी भी दी जा रही थी।

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ट्रैप में फंसे अधिकारी‘
शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन टीम ने योजना बनाकर ट्रैप बिछाया। 19 जुलाई को दोपहर 3:15 बजे जैसे ही अजय कुमार ने रिश्वत की रकम अभियंता मो. अनस की कार की डिग्गी में रखी, वैसे ही टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों अभियुक्तों को पकड़ लिया। मौके पर मौजूद गवाहों की उपस्थिति में वाहन की डिग्गी से पूरे 25 हजार रुपये की रिश्वत की राशि बरामद की गई।

गिरफ्तार अभियंता
गिरफ्तार हुए अधिकारियों में सहायक अभियंता गौरव सिंह (निवासी हथनौरा कला, फुलपुर, आजमगढ़), अवर अभियंता अशोक यादव (निवासी सलाहाबाद), और संविदा एसोसिएट इंजीनियर मो. अनस (निवासी संगम कॉलोनी, शिवपुर) शामिल हैं। तीनों VDA जोन-5, पड़ाव कार्यालय में कार्यरत थे।
थाने में छिपाते रहे चेहरा
गिरफ्तारी के बाद तीनों अभियंताओं को रामनगर थाने लाया गया, जहां वे मीडिया कैमरों से बचने की कोशिश करते रहे। एंटी करप्शन टीम ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज कराते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।