Varanasi : वाराणसी के ऐतिहासिक मान मंदिर घाट पर आज सुबह एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब गंगा स्नान कर रहा युवक आर्यन सिंह अचानक गहरे पानी में बहने लगा और डूबने की कगार पर पहुंच गया। घाट पर मौजूद श्रद्धालु डर और घबराहट में चिल्लाने लगे। वहीं पास में मौजूद नाविकों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।
Varanasi : NDRF की सतर्कता से बची जान
संयोग से, उस वक्त गंगा में जल सुरक्षा गश्ती पर निकली एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन की टीम नजदीक ही थी। उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा की निगरानी में यह टीम घाटों की लगातार निगरानी कर रही थी। जैसे ही युवक के डूबने की खबर मिली, प्रशिक्षित जवानों ने बिना देर किए नदी में छलांग लगाई और बहादुरी से युवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। उनकी तत्परता और कुशलता से एक बड़ी अनहोनी टल गई।
डूबने से मौतों का आंकड़ा 40 के पार
इस वर्ष अब तक वाराणसी में गंगा घाटों पर डूबने से करीब 40 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते एक महीने में यह संख्या तेजी से बढ़ी है। विशेषज्ञ मानते हैं कि गंगा में जलस्तर घटने के कारण घाटों के किनारे गहराई बढ़ गई है। श्रद्धालु अनजाने में गहरे पानी में चले जाते हैं और वहां संतुलन बिगड़ने से डूब जाते हैं। जल पुलिस लगातार लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है, लेकिन असावधानी के चलते घटनाएं हो रही हैं।
सुरक्षा के लिए शुरू हुई गहराई तक बैरिकेटिंग

स्थिति को देखते हुए वाराणसी के 15 प्रमुख घाटों पर जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। ये टीमें लगातार गश्त करती हैं और लोगों को चेतावनी देती हैं कि बैरिकेटिंग के पार न जाएं। प्रशासन ने अब गंगा घाटों की सुरक्षा के लिए ‘डीप बैरिकेटिंग’ यानी गहरे पानी तक अवरोधक लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि लोग सुरक्षित सीमाओं के भीतर ही स्नान करें।