वाराणसी। नगर निगम कार्यालय के बाहर बुधवार को राष्ट्रीय फेरी पटरी ठेला व्यवसायी संगठन ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व संगठन के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक निगम ने किया। उन्होंने वेंडर्स को संबोधित करते हुए नगर निगम और पुलिस प्रशासन पर अत्याचार और व्यापारियों के उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नगर निगम मनमाने ढंग से फेरी पटरी ठेला व्यवसायियों को हटाकर उनकी रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा कर रहा है।
अभिषेक निगम ने विशेष रूप से लंका क्षेत्र का ज़िक्र करते हुए बताया कि वहां के व्यवसायियों को दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी जा रही, जबकि त्योहारों का मौसम करीब है। वेंडर्स का कहना है कि वे दो महीनों से नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं, पर उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं और कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा।
प्रदर्शन के दौरान अपर नगर आयुक्त मौके पर पहुंचे और वेंडर्स की समस्याएं सुनीं, लेकिन कोई स्पष्ट समाधान नहीं निकला। वेंडर्स ने तुरंत उत्पीड़न रोकने की मांग करते हुए अपनी प्रमुख मांगों को फिर से उठाया।
वेंडर्स की मुख्य मांगें हैं: पथ विक्रेता अधिनियम, 2014 के तहत वेंडर्स के उत्पीड़न पर रोक, आने वाले त्योहारों (धनतेरस, दीपावली, देव दीपावली) के दौरान बाधारहित व्यवसाय की अनुमति, अस्सी घाट और नमो घाट पर प्रस्तावित स्ट्रीट फूड हब में पटरी व्यवसायियों को स्थान आवंटन, नए वेंडिंग जोन का निर्माण, और वेंडिंग जोन में आई कार्ड, प्रमाण पत्र, लाइट, पानी, और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता। इसके अलावा, फ्लाईओवर के नीचे स्मार्ट वेंडिंग जोन स्थापित करने की भी मांग की गई है।
वेंडर्स ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो वे अपने आंदोलन को और भी उग्र करेंगे।
