लंदन I भारतीय व्यवसायी और पूर्व सांसद विजय माल्या (Vijay Mallya) ने 6,200 करोड़ रुपये के बैंक लोन फ्रॉड मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए दावा किया कि वह भगोड़ा नहीं हैं और उन्हें चोर कहना गलत है। नौ साल बाद यूट्यूबर राज शमानी के पॉडकास्ट में चार घंटे की बातचीत में माल्या ने अपनी जिंदगी, बिजनेस, किंगफिशर एयरलाइंस के पतन और कानूनी लड़ाई पर खुलकर बात की।
बचपन और शुरुआती करियर: Vijay Mallya का जन्म कोलकाता में हुआ, जहां उनके पिता विट्ठल माल्या UB ग्रुप के चेयरमैन थे। सख्त अनुशासन में पले-बढ़े माल्या ने सेंट जेवियर्स कॉलेज से बीकॉम किया और 400 रुपये महीने की तनख्वाह पर UB ग्रुप में ट्रेनी बने। 18 साल की उम्र में उन्हें एक छोटी कंपनी का CEO बनाया गया।
UB ग्रुप और किंगफिशर की सफलता: 1983 में, 27 साल की उम्र में पिता के निधन के बाद माल्या (Vijay Mallya) ने UB ग्रुप की कमान संभाली। उन्होंने किंगफिशर बीयर को युवाओं का स्टाइलिश ब्रांड बनाया, जो आज 52% मार्केट शेयर रखता है। मैकडॉवेल्स नंबर 1 व्हिस्की को दुनिया का नंबर 1 ब्रांड बनाया और बर्जर पेंट्स को 25 देशों में फैलाकर मुनाफे में बेचा।
किंगफिशर एयरलाइंस का उदय और पतन: 2005 में बेटे सिद्धार्थ के 18वें जन्मदिन पर Vijay Mallya ने किंगफिशर एयरलाइंस शुरू की। 2008 तक यह भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन बनी, लेकिन वित्तीय संकट, तेल की बढ़ती कीमतें, भारी टैक्स और विदेशी निवेश की कमी ने इसे डुबो दिया। UB ग्रुप से 3,000 करोड़ रुपये डालने के बावजूद 2012 में एयरलाइन बंद हो गई।
कर्मचारियों की बकाया सैलरी: Vijay Mallya ने कर्मचारियों को सैलरी न दे पाने पर दुख जताया। उन्होंने कर्नाटक हाईकोर्ट में 260 करोड़ रुपये रिलीज करने की याचिका दायर की थी, लेकिन बैंकों की आपत्ति के कारण फंड नहीं ला सके।
बैंकों के लोन और रिकवरी: माल्या ने 17 बैंकों से 6,203 करोड़ रुपये का लोन लिया था। बैंकों ने उनकी संपत्तियों से 14,131.6 करोड़ रुपये रिकवर किए, जो कर्ज से ढाई गुना है। माल्या ने 2012-2015 में चार बार सेटलमेंट ऑफर दिए, जिनमें 5,000 करोड़ का ऑफर भी शामिल था, लेकिन बैंकों ने ठुकरा दिया।

CBI और ED के आरोप: CBI ने ब्रांड वैल्यूएशन और प्राइवेट जेट के दुरुपयोग का आरोप लगाया, जबकि ED ने 3,547 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का इल्जाम लगाया। माल्या ने इसे बकवास बताया, क्योंकि एयरलाइन के 50% खर्चे विदेशी मुद्रा में थे। उन्होंने IDBI के 900 करोड़ रुपये के लोन को भी चुकाने का दावा किया।
भारत छोड़ने का कारण: Vijay Mallya ने बताया कि 2 मार्च 2016 को वह जेनेवा में FIA मीटिंग के लिए लंदन जा रहे थे और तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली को इसकी सूचना दी थी। पासपोर्ट रद्द होने से वह लंदन में अटक गए। उन्होंने कहा, “यह कोई एस्केप प्लान नहीं था। मुझे भगोड़ा कहना गलत है।”
भारत में बिजनेस की चुनौतियां: Vijay Mallya ने भारत की नौकरशाही को बिजनेस की सबसे बड़ी रुकावट बताया। उन्होंने कहा कि 29 राज्यों की अलग-अलग नीतियों और राजनेताओं की शराब व नकदी की मांग से जूझना पड़ता था। उन्होंने सिर्फ शराब दी, रिश्वत नहीं।
60वें जन्मदिन का विवाद: 2015 में गोवा में हुई उनकी जन्मदिन की पार्टी पर विवाद हुआ। माल्या ने कहा कि उन्होंने अपनी जेब से खर्च किया और अगर यह लंदन में होती, तो शायद कोई न जानता।
आज की जिंदगी और भविष्य: Vijay Mallya लंदन में छह कुत्तों के साथ रहते हैं और विदेशी शराब कंपनियों से आय अर्जित करते हैं। वह कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं और निष्पक्ष सुनवाई मिलने पर भारत लौटने पर विचार करेंगे।
विरासत: माल्या चाहते हैं कि उन्हें 1.75 लाख करोड़ की मार्केट कैप बनाने वाले मेहनती बिजनेसमैन के रूप में याद किया जाए, न कि चोर के रूप में। उन्होंने कहा, “भारत में बिजनेस फेल होना फ्रॉड मान लिया जाता है।”

आध्यात्मिक विश्वास: Vijay Mallya ने सबरीमाला और तिरुपति मंदिरों में सोना दान किया है और भगवान पर भरोसा रखते हैं। उन्हों