वाराणसी I उत्तर प्रदेश में आधारभूत संरचना के विकास को गति देने के लिए योगी सरकार ने 22400 करोड़ की लागत से विंध्य एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा की है। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के पांच जिलों को जोड़ते हुए छत्तीसगढ़ और झारखंड से कनेक्ट होगा। साथ ही, विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे भी तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना को प्राथमिकता देते हुए जुलाई 2025 से निर्माण कार्य शुरू कराने का फैसला किया है।
वाराणसी को मेडिकल कॉलेज की सौगात
राज्य सरकार ने वाराणसी में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए 400 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है। इसके तहत राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी, जिससे होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र में युवाओं को नए अवसर मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय को हाल ही में एम्स का दर्जा मिला है, जिससे क्षेत्रीय स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार हुआ है।
विंध्य एक्सप्रेसवे: 320 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना
विंध्य एक्सप्रेसवे 320 किलोमीटर लंबा होगा और प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली होते हुए सोनभद्र तक पहुंचेगा। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के इन पांच जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे झारखंड और छत्तीसगढ़ से भी जोड़ा जाएगा, जिससे औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) करेगी।
विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे
विंध्य एक्सप्रेसवे के साथ एक और 100 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे भी तैयार किया जाएगा, जिसे विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे नाम दिया गया है। यह चंदौली से शुरू होकर गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा, जिससे बुंदेलखंड और पूर्वांचल का सीधा संपर्क स्थापित होगा। इस परियोजना पर लगभग 7000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
धार्मिक पर्यटन और औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
योगी सरकार वाराणसी और प्रयागराज के बीच धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नया धार्मिक जोन विकसित करने की योजना बना रही है। इस क्षेत्र में प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही, चंदौली, गाज़ीपुर और जौनपुर शामिल होंगे। नीति आयोग ने इस धार्मिक जोन के तहत औद्योगिक इकाइयों और पर्यटन सुविधाओं के विस्तार की योजना बनाई है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा।
विंध्य एक्सप्रेसवे के प्रमुख लाभ:
- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ के बीच सड़क कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
- यात्रा समय में 3 से 5 घंटे की बचत होगी।
- पूर्वांचल और बुंदेलखंड के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा।
- धार्मिक पर्यटन और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- पूर्वांचल के आर्थिक क्षेत्र को मजबूत किया जाएगा।