नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरी तरह एक्टिव हो गई हैं। उन्होंने गुरुवार को कोलकाता के नेताजी स्टेडियम में सांसदों, विधायकों और ब्लॉक स्तर के नेताओं की अहम बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने दिल्ली और महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी की जीत पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर आरोप लगाया।
ममता बनर्जी ने दावा किया कि “दिल्ली और महाराष्ट्र में बीजेपी ने हरियाणा और गुजरात के लोगों के फर्जी वोट बनवाकर चुनाव जीता था।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो वे चुनाव आयोग के कार्यालय के सामने फर्जी वोटरों के खिलाफ धरना देंगे।
बैठक में ज्ञानेश कुमार को नया मुख्य निर्वाचन आयुक्त बनाए जाने पर ममता बनर्जी ने आपत्ति जताई और आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव आयोग को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि जब तक निर्वाचन आयोग निष्पक्ष नहीं होगा, तब तक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं हैं।
बैठक में टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और ममता बनर्जी से किसी भी तरह के मतभेद की बात को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि मैं तृणमूल कांग्रेस का एक निष्ठावान सिपाही हूं और मेरी नेता ममता बनर्जी हैं। बीजेपी में शामिल होने की अफवाहें झूठी हैं।
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मैं उन लोगों को जानता हूं, जो ऐसी झूठी खबरें फैला रहे हैं। उनका मकसद अगले साल के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने यह भी साफ किया कि वह पार्टी के भीतर गद्दारों को बेनकाब करते रहेंगे, जैसा कि उन्होंने पिछले विधानसभा चुनावों में किया था।