वाराणसी। उत्तर प्रदेश की Yogi सरकार का सेवायोजन कार्यालय अब कॉरपोरेट कंपनियों के प्लेसमेंट सेल से भी कहीं आगे निकल गया है। प्रदेश सरकार के सुनियोजित प्रयासों के चलते अब न केवल देश बल्कि विदेशों में भी प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं को रोजगार के बेहतरीन अवसर मिल रहे हैं।
वर्ष 2024 में वाराणसी में आयोजित रोजगार मेलों में सेवायोजन विभाग ने तय लक्ष्य से दोगुनी संख्या में मेले आयोजित किए, वहीं पांच गुना अधिक युवाओं को जॉब ऑफर देकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।
अंतरराष्ट्रीय अवसरों की ओर बढ़ते कदम
इन रोजगार मेलों में जापान, स्लोवाकिया और दुबई जैसे देशों की बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भी भाग लिया और भारतीय युवाओं को शानदार वेतन पैकेज के साथ नौकरी के प्रस्ताव दिए। विदेश में अधिकतम 18 लाख रुपये और देश में 6.6 लाख रुपये वार्षिक पैकेज तक के ऑफर मिले हैं।
सेवायोजन कार्यालय वाराणसी के सहायक निदेशक मुकेश कुमार ने जानकारी दी कि वर्ष 2024 में कुल 81 रोजगार मेले आयोजित हुए, जिनमें 733 कंपनियों ने भाग लिया। इन मेलों के माध्यम से 14,686 युवाओं को रोजगार मिला, जिनमें 398 महिलाएं भी शामिल हैं।
महिला भागीदारी भी उल्लेखनीय
चयनित युवाओं में 14,288 पुरुष और 398 महिलाएं शामिल रहीं। यह आंकड़ा राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण नीति की सफलता को भी दर्शाता है।

प्रमुख कंपनियों की भागीदारी
इन रोजगार मेलों में फ्लिपकार्ट, पेटीएम, सैमसंग इंडिया, डॉ. लाल पैथ लैब्स, टीम प्लस एचआर सर्विसेस, शिव शक्ति एग्रीटेक, गुडविल इंडिया मैनेजमेंट और अयूडज़ वेंचर्स प्रा. लि. जैसी नामी निजी व सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ने भाग लिया। इसके साथ ही राष्ट्रीयकृत बैंकों, टेक्सटाइल, सिक्योरिटी, आईटी, शिक्षा, रियल एस्टेट, हेल्थ केयर और ऑटोमोबाइल सेक्टर की कंपनियां भी शामिल रहीं।
रोजगार मेला प्रभारी दीप सिंह ने बताया कि विभाग की पहल से स्थानीय युवाओं को उनके कौशल और योग्यतानुसार देश-विदेश में रोजगार दिलाने में मदद मिल रही है।
मुख्य आंकड़े (वर्ष 2024):
आयोजित रोजगार मेले: 81
प्रतिभागी कंपनियां: 733
चयनित अभ्यर्थी: 14,686
पुरुष अभ्यर्थी: 14,288

महिला अभ्यर्थी: 398
Yogi सरकार की औद्योगिक नीतियां, सुरक्षा व्यवस्था, आधारभूत ढांचे में सुधार और सेवायोजन विभाग की सक्रियता मिलकर अब प्रदेश के युवाओं को उनके घर के पास ही रोजगार दिला रही है। यह पहल उत्तर प्रदेश को रोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।