अमित श्रीवास्तव

आज के दौर में युवाओं के अंदर धैर्य की गति मजबूत है ही नहीं, वो चनद मिनटों में फेमस होना चाहते हैं। लाइक , व्यू , के चक्कर में अपनी अनमोल जिंदगी को गवां देते हैं।
रील बनाने के चक्कर में न जाने कितने ही नौजवान मौत का शिकार हो रहे हैं। आज के समय में युवा ,इंस्टाग्राम में कुछ लाइक , व्यू , के चक्कर में अपनी जान को गवां देते हैं। हाल ही में आन्वी कामदार के साथ ही कुछ ऐसा ही हुआ। आन्वी चार्टर्ड अकाउंटेंट है और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर है। आन्वी के फॉलोवर्स 275000 है ऐसे में इतने फॉलोवर्स होने के बावजूद लाइक , व्यू का क्रेज इतना की मौत को गले लगा दे। ऐसी बहुत सारी दुर्घटना हो रही है जिसमें रील बनाते समय ही मौत हो गई ।
इसीलिए आज के युवाओं के अंदर जोश है लेकिन जहा होना चाहिए, वहां बिलकुल भी नहीं है। उन्हें कुछ पल में ही वायरल होना है। उन्हें मौत की कोई चिंता ही नहीं है। अगर मौत हो गई तो माता पिता का क्या होगा। मतलब, कोई फिक्र ही नहीं है ।
चनद पैसों के लिए वो अपनी जान को गंवा देते है , जिंदगी की कोई किमत ही नहीं है । इसीलिए आज के युवाओं के अंदर धैर्य की गति है ही नहीं। वो रील बनाने के लिए कोई भी हद तक जा सकते है। कोई इंसान तालाब में कूदता है , तो कोई इंसान इमारत में चढ़ कर लटकता है। ऐसे में वो लोग बिलकुल भी नहीं सोचते हैं। जाने अंजाने में वो मौत को बुलावा देते हैं।
इसीलिए अपने टैलेंट का गलत तरीके से इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। खास तौर पर आज के युवाओं को रील के पीछे इतना पागल नहीं बनना चाहिए कि खुद की ही जान गवां दें।
कुछ करना ही है , तो लोगो के दिलो में छा सके , ऐसा कुछ करना चाहिए , सकारात्मक रास्ता होना चाहिए ।
आप को आगे बढ़ना है , ये अच्छी बात है लेकिन आप को ये समझना होगा की , रील के पागलपन से आप की जान जा सकती है। रील की लत को छोड़ना जरूरी ही नहीं बेहद जरूरी है। आप के अंदर कोई टैलेंट है तो आप उपयोग कर सकते हो लेकिन अपनी जान को खेलकर रील बनाना ये सही बिलकुल नहीं है बल्कि घातक है।
आज के समय में कितने ऐसे लोग है जैसे कुकिंग , सिंगिंग , , जोक्स के वीडियो बनाते है और चलते भी है लेकिन रील की लत नहीं लगनी चाहिए , फॉलोवर्स , लाइक व्यू , ये सब क्या है ?ये सब प्लेटफार्म क्यों है , क्यों की आप अपने टैलेंट को लोगो के सामने पेश कर सको। इसीलिए आप को बस अपने टैलेंट को लोगों के सामने पेश करना होता है।
इसीलिए ऐसी कोई रील नहीं बनानी चाहिए जिससे आप की जान पे बात आ जाए क्योंकि कितनी सुंदर जिंदगी है। अगर चली गई तो दोबारा बिलकुल भी नहीं आने वाली है। अपने अंदर धैर्य की गति को मजबूत करना चाहिए । वो भी हर युवाओं को। आप को पैसे कमाना है , नाम कमाना है, सब कमा सकते हो बस धैर्य की गति को मजबूत करें और मन को शांत करे। सकारात्मक सोच के साथ चलोगे तो आप को सब कुछ मिलेगा जो आप को चाहिए।
( लेखक शिक्षाविद हैं)
Right 👍
Thanks
Good keep it up
We can’t imagine today’s life without reels
Very nice 👍👍👍👍👍
Thanks for likes
👍
बहुत ही अच्छा मुद्दा उठाया है आपने, इस तरफ माता पिता को ध्यान देने की बहुत जरूरत है जो अपने बच्चे के पलभर की खुशी के लिए उसके समझदार होने पहले ही उसे मोबाइल देकर सोशल मीडिया की दुनिया में ढकेल दे रहे हैं।
Thanks
thoughtful.
Thanks
बहुत ही ज्वलंत बिषय पर लिखा गया एक अति उत्तम लेख है।
Thanks
यह बात तो बिल्कुल सच है और कुछ गलती तो बच्चों के मदर फादर की भी है जो ध्यान नहीं दे पाते है अगर हर हफ्त भी एक बार मोबाइल chack करे तो इन सब पे रुक लगाए जा सकत है
This editorial give message about our younger generation.