अलीगढ़ I अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की एक 81 वर्षीय रिटायर महिला प्रोफेसर से 75 लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। इस घटना की शिकायत साइबर सेल थाने में दर्ज कराई गई है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है। अलीगढ़ में साइबर ठगी के मामलों में कोई कमी नहीं आ रही है और ठगों का शिकार केवल आम जनता नहीं, बल्कि शिक्षित वर्ग भी बन रहा है।
रिटायर प्रोफेसर, जो दोधपुर में अकेली रहती हैं और एक नौकर की देखभाल में हैं, के पास एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने उनके बैंक खाते से गलत लेनदेन होने की बात कहते हुए बातचीत शुरू की। ठगों ने उन्हें इतना डरा दिया कि उन्होंने पैसे देने की सहमति दे दी। इसके बाद, ठगों ने महिला को बताया कि उनके नाम पर मुकदमा दर्ज किया गया है और एक कॉपी भी ऑनलाइन भेज दी।
महिला ने अपनी बैंकिंग जानकारी के आधार पर ठगों के कहने पर चार बार रुपये ट्रांसफर किए। पहले उन्होंने अपने सेंट्रल बैंक के खाते से पटना के इंडस बैंक में 37 लाख रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद, उन्होंने भीलवाड़ा के आईसीआईसीआई बैंक में 25 लाख रुपये जमा किए। फिर, वर्द्धमान के खाते में 5 लाख और जामनगर के खाते में 8 लाख रुपये जमा किए।
7 तारीख को शिकायत दर्ज करने के बाद, साइबर थाना की टीम ने बैंकों को अलर्ट भेजा। जांच में पता चला कि जिन चार खातों में रुपये जमा किए गए थे, वहां से 21 अन्य खातों में भी रकम ट्रांसफर की गई थी। ये खाते विभिन्न शहरों में स्थित थे। शनिवार शाम तक 13 लाख रुपये की रकम होल्ड कर दी गई है, जबकि अन्य रकम की जांच जारी है।
इस मामले पर साइबर क्राइम इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्त महिला ने साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई है और मुकदमा भी दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आम जनता को जागरूक रहने के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि लोग ठगी के चंगुल में न फंसें।
यह घटना साइबर धोखाधड़ी की गंभीरता को दर्शाती है और लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।