वाराणसी I वाराणसी में संत रविदास की जयंती को लेकर भव्य तैयारियां जोरों पर हैं। संत निरंजन दास सोमवार को काशी पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। रविवार को बेगमपुरा एक्सप्रेस से हजारों श्रद्धालु रविदास मंदिर के दर्शन के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान 500 से अधिक एनआरआई सहित 2000 से ज्यादा साधु-संत और अनुयायी काशी पहुंचे।
संत रविदास जन्मस्थली पर खास तैयारियां
सीरगोवर्धनपुर स्थित संत रविदास जन्मस्थली को सजाया गया है। संत निरंजन दास मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे, जहां देश-विदेश से आए अनुयायी उनका चरण वंदन करेंगे। संत निरंजन दास ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे और शाम को अनुयायियों संग दीपदान व सत्संग करेंगे।
विदेशों से अनुयायियों का आगमन जारी
मंदिर प्रशासन के अनुसार, अमेरिका, लंदन, ऑस्ट्रेलिया, दुबई, कनाडा, फ्रांस और थाईलैंड से अनुयायी पहुंचे हैं। 12 फरवरी को लाखों श्रद्धालु संत रविदास को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां जुटेंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सीरगोवर्धनपुर मेले के लिए अस्थायी पुलिस चौकी स्थापित की गई है। 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। सुरक्षा में 6 इंस्पेक्टर, 115 पुरुष दरोगा, 35 महिला दरोगा, 225 पुरुष सिपाही, 45 महिला सिपाही और दो कंपनी पीएसी जवान तैनात किए गए हैं। बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड भी सुरक्षा में तैनात रहेगा।
खालिस्तान समर्थकों पर एजेंसियों की पैनी नजर
कनाडा, इंग्लैंड और अमेरिका से आने वाले अनुयायियों को देखते हुए इंटेलिजेंस एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट, आईबी और एटीएस विशेष निगरानी कर रही हैं। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
काशी में संत रविदास जयंती पर भव्य आयोजन होगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु संत रविदास को श्रद्धांजलि देंगे। प्रशासन ने सभी सुविधाओं को लेकर विशेष प्रबंध किए हैं, जिससे यह आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हो सके।