वाराणसी। IIT(BHU) के प्रतिष्ठित वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव काशीयात्रा 2025 (Kashiyatra 2025) का भव्य उद्घाटन स्वतंत्रता भवन में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुआ। यह भारत के सबसे बड़े छात्र-संस्कृति उत्सवों में से एक है, जो देशभर के कलाकारों, सांस्कृतिक प्रेमियों और प्रदर्शनकारियों को एक साझा मंच प्रदान करता है। इस वर्ष का विषय “संस्कृति प्रवाह: द कल्चरल हेरिटेज” भारतीय कला, परंपराओं और सांस्कृतिक निरंतरता को प्रदर्शित करता है।

उद्घाटन समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और कुलगीत गायन से हुई। IIT(BHU) के निदेशक प्रो. अमित पात्रा ने महोत्सव का शुभारंभ किया और कहा कि काशीयात्रा भारतीय सांस्कृतिक विविधता और कलात्मक अभिव्यक्ति का महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिए स्पिक मैके और आयोजक टीम को बधाई दी।

उद्घाटन समारोह की पहली प्रस्तुति में प्रख्यात भरतनाट्यम नृत्यांगना विदुषी गीता चंद्रन ने अपनी मनमोहक नृत्य प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इसके बाद, विश्व प्रसिद्ध संगीतकार पंडित विश्व मोहन भट्ट ने अपनी मोहन वीणा की मधुर धुनों से संगीतमय समां बांध दिया, जिससे पूरा वातावरण आध्यात्मिक और भावनात्मक अनुभूति से भर गया।

काशीयात्रा 2025 के अंतर्गत 7 से 9 मार्च तक कई रोमांचक कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इसमें संगीत, नृत्य, रंगमंच, साहित्य और लोककला से जुड़े आयोजन युवाओं को भारतीय सांस्कृतिक विविधता से रूबरू कराएंगे। इस वर्ष महोत्सव में प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम, चर्चाएं और सांस्कृतिक प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाएंगी।