New Delhi : दिल्ली में पंजाब कांग्रेस को लेकर हुई अहम बैठक(Punjab Congress meeting) गुरुवार को खत्म हो गई। पंजाब कांग्रेस के नए प्रभारी भूपेश बघेल ने इस बैठक के बाद संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस साल संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं और पंजाब में कांग्रेस पहले से ही मजबूत स्थिति में है। बघेल ने आगे कहा कि पंजाब में माइक्रो लेवल(micro level) पर कांग्रेस को और मजबूती देने की जरूरत है। जल्द ही दूसरी बैठक होगी, जिसमें आगे का एजेंडा तय किया जाएगा।

पंजाब कांग्रेस की इस बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी। इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि मीटिंग की जानकारी सभी को दी गई थी। नवजोत सिंह सिद्धू नहीं आए, लेकिन कई अन्य लोग भी नहीं पहुंच पाए। इसमें कुछ नया या अलग नहीं है। बता दें कि सिद्धू ने 2016 में बीजेपी से इस्तीफा दिया था और 2017 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। वे करीब एक साल तक पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे।
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हालिया रेड को लेकर भी भूपेश बघेल ने अपनी बात रखी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मैं जिस भी राज्य में जाता हूं, वहां मेरे बाद छापे पड़ते हैं। मैं इन छापों से नहीं डरता। छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा छापे पड़े हैं। अब पंजाब में कदम रखा तो वहां भी छापे शुरू हो गए।
पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थिति पर भूपेश बघेल ने तीखा हमला बोला। जब उनसे पूछा गया कि क्या AAP विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं और इस पर कोई रणनीति बनी है, तो उन्होंने कहा कि पंजाब में AAP में भगदड़ मची है। उनकी नाव डूबने वाली है, लेकिन यह कब तक डूबेगी, यह कहना मुश्किल है।
भूपेश बघेल ने बैठक के बाद साफ किया कि पंजाब में कांग्रेस को जमीनी स्तर पर और मजबूत करने की योजना है। आने वाले दिनों में दूसरी बैठक के जरिए पार्टी अगले कदमों पर फैसला लेगी। पंजाब में कांग्रेस और AAP के बीच सियासी जंग तेज होने के संकेत मिल रहे हैं, खासकर लोकसभा चुनाव 2024 के बाद बदले सियासी समीकरणों के बीच।