नई दिल्ली I केंद्र सरकार ने शनिवार को देश के मीडिया चैनलों और प्लेटफॉर्म्स को रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की आवाजाही का सीधा प्रसारण (Live broadcast) न करने की सलाह दी है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि ऐसी रिपोर्टिंग से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है और यह अनजाने में दुश्मनों की मदद कर सकती है।

मंत्रालय ने सभी समाचार चैनलों, एजेंसियों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में संवेदनशील जानकारी प्रसारित (Live broadcast) करते समय अत्यधिक जिम्मेदारी बरतने को कहा।
सलाह में स्पष्ट किया गया कि रक्षा अभियानों, सुरक्षा बलों की गतिविधियों या ‘स्रोतों’ से मिली जानकारी के आधार पर कोई दृश्य प्रसारण (Live broadcast) या कवरेज नहीं की जानी चाहिए। मंत्रालय ने चेतावनी दी कि समय से पहले संवेदनशील जानकारी का खुलासा ऑपरेशनल प्रभावशीलता को कमजोर कर सकता है और सुरक्षाकर्मियों की जान को खतरे में डाल सकता है।

मंत्रालय ने 1999 के कारगिल युद्ध, 2008 के मुंबई आतंकी हमले और कंधार हाइजैकिंग का जिक्र करते हुए कहा कि इन घटनाओं के दौरान अविचारपूर्ण कवरेज (Live broadcast) से राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचा था। मंत्रालय ने मीडिया से मौजूदा कानूनों और नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।
