Movie prime

Varanasi : ग्राम प्रधान को फर्जी मुकदमे में फंसाने के विरोध में धरना प्रदर्शन, त्वरित न्याय की मांग

 
Varanasi : ग्राम प्रधान को फर्जी मुकदमे में फंसाने के विरोध में धरना प्रदर्शन, त्वरित न्याय की मांग
WhatsApp Channel Join Now
Instagram Profile Join Now

Varanasi : मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के ग्राम कुंडरियां के ग्राम प्रधान विवेक सिंह 'मोहित' को हत्या के एक मामले में फर्जी तरीके से फंसाने के विरोध में शुक्रवार को जिला न्यायालय परिसर में छात्र नेता समीर सिंह विशाल के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और ग्राम प्रधान की तत्काल रिहाई की मांग की।

Varanasi : ग्राम प्रधान को फर्जी मुकदमे में फंसाने के विरोध में धरना प्रदर्शन, त्वरित न्याय की मांग
Varanasi

उल्लेखनीय है कि 25 अप्रैल को मिर्जामुराद थाना अंतर्गत ग्राम बेनीपुर निवासी फया राजभर (55) की हत्या कुंडरियां निवासी रहीस खान द्वारा की गई थी। इस घटना में ग्राम प्रधान विवेक सिंह को 29 अप्रैल को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि परिजनों और स्थानीय लोगों का दावा है कि घटना के समय ग्राम प्रधान घटनास्थल से दूर किसी अन्य स्थान पर थे और इसका सीसीटीवी साक्ष्य भी उपलब्ध है।

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि घटना के मुख्य आरोपी रहीस खान ने मीडिया के समक्ष बयान देते हुए आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उसे पीटकर जबरन ग्राम प्रधान का नाम लेने का दबाव बनाया। इस कथन के बाद मामला और गरमा गया है।

Varanasi : ग्राम प्रधान को फर्जी मुकदमे में फंसाने के विरोध में धरना प्रदर्शन, त्वरित न्याय की मांग

प्रदर्शनकारियों ने ग्राम प्रधान को निर्दोष बताते हुए तत्काल रिहाई की मांग की और साथ ही जंसा चौकी प्रभारी, मिर्जामुराद थाना प्रभारी एवं एसीपी राजातालाब को निलंबित करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निर्दोष ग्राम प्रधान को शीघ्र रिहा नहीं किया गया, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।

Varanasi : ग्राम प्रधान को फर्जी मुकदमे में फंसाने के विरोध में धरना प्रदर्शन, त्वरित न्याय की मांग

धरने में छात्र संघ अध्यक्ष सुधीर सिंह, प्रतीक उपाध्याय, अभिषेक सन्नी, शुभम सिंह, विनय शंकर राय मुन्ना, पंकज सिंह डब्लू, अधिवक्ता विनीत सिंह मछली, हिंदू नेता गौरीश सिंह, कनिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक राय कान्हा, अधिवक्ता अभिषेक राय और कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।