Movie prime

UP Weather Update : यूपी के कई जिलों में गरज-चमक के साथ होगी बरसात, व्रजपात का अलर्ट

 
UP Weather Update : यूपी के कई जिलों में गरज-चमक के साथ होगी बरसात, व्रजपात का अलर्ट
WhatsApp Channel Join Now
Instagram Profile Join Now

UP Weather Update : उत्तर प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट (UP Weather Update) ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार, 6 मई मंगलवार को राज्य के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में कई जगहों पर तेज आंधी, बिजली की गर्जना और बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कुछ इलाकों में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

UP Weather Update : राजधानी लखनऊ समेत 75 जिलों में येलो अलर्ट

लखनऊ समेत पूरे राज्य में घने बादलों के छाने और गरज-चमक के साथ बारिश के आसार जताए गए हैं। इसी को देखते हुए मौसम विभाग ने सभी 75 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। राजधानीवासियों को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।


कहां-कहां चलेंगी तेज हवाएं

मौसम विभाग के अनुसार, संतरविदास नगर, झांसी, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज जैसे जिलों में 30–40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।


इन जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश

लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, सहारनपुर, शामली, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद, बिजनौर और आस-पास के क्षेत्रों में बिजली चमकने और बारिश की संभावना है।


पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी होगी बारिश

वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर जैसे जिलों में भी बादलों की गड़गड़ाहट और बिजली चमकने के संकेत हैं।


ओलों की भी दस्तक

सोमवार को प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश और ओले गिरे। ललितपुर में 60 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और गोंडा-बालरामपुर में ओलावृष्टि देखी गई। बरेली, मुरादाबाद, वाराणसी में भी जमकर बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई।


11 मई तक ऐसा रहेगा मौसम

  • 7-8 मई को यूपी के दोनों हिस्सों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।
  • 9-10 मई को पश्चिमी यूपी में बारिश, जबकि पूर्वी यूपी में मौसम साफ रह सकता है।
  • 11 मई को फिर से पूरे राज्य में बारिश की संभावना है।

मौसम में बदलाव की वजह क्या है?

लखनऊ के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के अनुसार, इस बदलाव के पीछे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से केरल तक फैली एक शुष्क रेखा और पश्चिमी विक्षोभ जिम्मेदार हैं। साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और दक्षिण-पश्चिमी हवाओं की टकराहट के कारण प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है।