Varanasi : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं के खिलाफ सामाजिक विज्ञान संकाय के शोध छात्रों ने मंगलवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। शोध छात्र सत्यनारायण सिंह के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में छात्रों ने चिकित्सा अधीक्षक (MS) प्रो. केके गुप्ता का घेराव किया और ज्ञापन सौंपकर तत्काल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग की।

प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने ओपीडी समय बढ़ाने, परिसर में अवैध निजी ओपीडी पर रोक, साफ-सफाई में सुधार और अस्पताल परिसर में बाहरी वाहनों की अनियंत्रित पार्किंग पर नियंत्रण की मांगें उठाईं। सत्यनारायण सिंह ने कहा कि ओपीडी में छात्रों और कर्मचारियों को इलाज के लिए केवल एक घंटे का समय मिलता है, जिससे गंभीर असुविधा होती है। उन्होंने मांग की कि ओपीडी में छात्रों और कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाए और समय सीमा बढ़ाई जाए।

प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाकर्मियों और छात्रों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। छात्र श्यामल ने आरोप लगाया कि अस्पताल में भ्रष्टाचार और लापरवाही चरम पर है और एमएस ने इसे “लूट और भ्रष्टाचार का अड्डा” बना दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं तो छात्र उग्र आंदोलन करेंगे।

एमएस प्रो. केके गुप्ता ने छात्रों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए एक सप्ताह में समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि अस्पताल को मैनपावर और बजट की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे प्रभावी इलाज देना चुनौतीपूर्ण है। प्रदर्शन के बाद छात्रों ने आंदोलन को अस्थायी रूप से स्थगित करने की घोषणा की।

प्रदर्शन में श्यामल, मनीष, ध्रुव सिंह, यशवर्धन, पल्लव, सौरभ, आशीर्वादम, अंकित, गौरव, करण सहित अन्य छात्र उपस्थित रहे।
