Varanasi: वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) दीपक रानावत पर 17 लाख रुपये की ठगी का गंभीर आरोप लगा है। मैनपुरी की रहने वाली पीड़िता अनीता यादव ने आरोप लगाया है कि दीपक ने उसके बेटे को पुलिस भर्ती परीक्षा-2024 और दिल्ली हाईकोर्ट में स्टेनो की नौकरी दिलाने का झांसा देकर उससे मोटी रकम ऐंठ ली।
पीड़िता के अनुसार, जुलाई 2024 में दीपक रानावत से उसकी बातचीत हुई थी। दीपक ने भरोसा दिलाया कि उसका दोस्त संदीप संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) में कार्यरत है और हर भर्ती में “काम करा देता है”। इस झांसे में आकर पीड़िता ने अपने गहने बेच दिए और ब्याज पर पैसे लेकर 17 लाख रुपये की रकम इकट्ठा की।
पीड़िता का दावा है कि उसने 30 अगस्त 2024 को मथुरा बस स्टैंड पर संदीप को 8 लाख रुपये और फिर दीपक के कहने पर शेष 8 लाख रुपये भी उसी जगह पर दिए। इसके अलावा एक लाख रुपये ऑनलाइन भी ट्रांसफर किए। दीपक ने 15 अक्टूबर तक नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया, लेकिन इसके बाद उसने बहाने बनाने शुरू कर दिए और अंततः फोन उठाना बंद कर दिया।
महिला ने Varanasi पहुंचकर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से मुलाकात की और शिकायत पत्र सौंपा। शिकायत के साथ कुछ वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग भी दी, जिसमें दीपक रानावत के शामिल होने का दावा किया गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए Varanasi पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने जांच एक IPS अधिकारी से कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही संदीप की भी तलाश की जाएगी, जिसे पैसे दिए गए थे।
