आधार कार्ड की फोटोकॉपी देना अब होगा बंद! UIDAI ला रहा बड़ा नियम
नई दिल्ली I रोजमर्रा की जिंदगी में आधार कार्ड अब पहचान का सबसे अहम दस्तावेज बन चुका है। होटल में चेक-इन करना हो, बैंक अकाउंट खुलवाना हो, लोन लेना हो या बच्चों का स्कूल-कॉलेज में दाखिला करवाना हो – हर जगह आधार कार्ड मांगा जाता है। ज्यादातर लोग सुविधा के लिए आधार की फोटोकॉपी दे देते हैं, लेकिन अब यह प्रथा जल्द ही खत्म होने वाली है।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) जल्द ही एक नया नियम लागू करने जा रहा है, जिसके तहत कोई भी संस्था, होटल, बैंक या अन्य जगह आधार कार्ड की फिजिकल फोटोकॉपी नहीं ले सकेगी और न ही उसे अपने पास स्टोर कर सकेगी।
क्यों लिया जा रहा है यह फैसला?
UIDAI का मानना है कि कागजी आधार कार्ड की फोटोकॉपी लेना न सिर्फ आधार अधिनियम का उल्लंघन है, बल्कि इससे नागरिकों की निजता (प्राइवेसी को भी गंभीर खतरा पैदा होता है। फोटोकॉपी गुम होने, चोरी होने या दुरुपयोग होने की आशंका हमेशा बनी रहती है। इसलिए अब पेपर आधारित वेरिफिकेशन को पूरी तरह बंद करने का फैसला लिया गया है।
नया सिस्टम कैसे काम करेगा?
- सभी संस्थाओं (होटल, बैंक, स्कूल, इवेंट ऑर्गनाइजर आदि) को UIDAI के साथ रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।
- रजिस्ट्रेशन के बाद उन्हें एक सुरक्षित API या QR कोड बेस्ड ऑफलाइन वेरिफिकेशन सिस्टम मिलेगा।
- इसके जरिए वे डिजिटल तरीके से आधार की प्रमाणिकता चेक कर सकेंगे, बिना फोटोकॉपी लिए।
- मास्क्ड आधार या वर्चुअल आईडी का इस्तेमाल भी बढ़ावा दिया जाएगा।
UIDAI के CEO भुवनेश कुमार ने बताया कि इस नए फ्रेमवर्क को मंजूरी मिल चुकी है और बहुत जल्द इसकी आधिक अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
कहां-कहां पड़ती है अभी फोटोकॉपी की जरूरत?
वर्तमान में होटल चेक-इन, परीक्षा केंद्र, दस्तावेज सत्यापन, इवेंट रजिस्ट्रेशन, सिम कार्ड लेते समय और कई अन्य जगहों पर आधार की फोटोकॉपी मांगी जाती है। नए नियम के बाद ये सभी जगहें सिर्फ डिजिटल या QR कोड बेस्ड वेरिफिकेशन ही कर सकेंगी।