30 दिन में पैसा डबल.. रील्स बन रही ठगी का अड्डा, फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स से इस तरह हो रही साइबर ठगी
Oct 28, 2025, 13:30 IST
सोशल मीडिया की दुनिया में हर दिन करोड़ों लोग फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब की रील्स स्क्रॉल करते हैं। चंद सेकंड की इन वीडियो में दिखती हैं चमचमाती कारें, महंगे गैजेट्स, विदेशी छुट्टियां और एक क्लिक में अमीर बनने के सपने। लेकिन इन रील्स के पीछे छिपे साइबर ठग अब आपकी मेहनत की कमाई लूट रहे हैं।
30 दिन में पैसा डबल – ठगी का नया हथियार
साइबर अपराधी फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स और वेबसाइट्स बनाकर रील्स में सेलिब्रिटी लुकअलाइक या ‘सफल निवेशक’ दिखाते हैं। ये लोग गारंटीड रिटर्न का लालच देकर यूजर्स से ऐप डाउनलोड करवाते हैं। शुरुआत में कुछ मुनाफा दिखाकर भरोसा जीत लेते हैं, फिर बड़ी रकम मांगते हैं। जैसे ही पैसा ट्रांसफर होता है, ऐप बंद – अकाउंट ब्लॉक।
45% बढ़े निवेश धोखाधड़ी के केस
साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की 2024 रिपोर्ट के मुताबिक, निवेश फ्रॉड के मामलों में 45% की बढ़ोतरी हुई है। इनमें से 70% शिकायतें सोशल मीडिया रील्स से जुड़ी हैं। सर्वे के अनुसार, 18–35 वर्ष के 62% युवा बिना जांचे-परखे निवेश करते हैं, और बाद में ठगी का शिकार बनते हैं।
विदेशी सर्वर पर चलते हैं फर्जी ऐप्स
जांच एजेंसियों ने पाया कि अधिकतर ये ऐप्स विदेशी सर्वर पर चलते हैं, जिन पर भारतीय कानून की पकड़ नहीं है। दिल्ली पुलिस ने हाल ही में एक ऐसे गिरोह को पकड़ा जो हैदराबाद से ऑपरेट कर रहा था और 500 से अधिक लोगों को ठग चुका था। ठगों के पास फर्जी KYC, स्टॉक टिप्स और AI जनरेटेड वीडियो तक मिले।
एक्सपर्ट्स की वॉर्निंग
वित्त विशेषज्ञों का कहना है कि यह डिजिटल युग की नई पोंजी स्कीम है। सेबी (Securities and Exchange Board of India) के मुताबिक, निवेशक केवल सेबी-रजिस्टर्ड ऐप्स या वेबसाइट्स, जैसे Zerodha, Groww, Upstox, AngelOne या NSE-BSE से जुड़े प्लेटफॉर्म्स - पर ही ट्रेडिंग करें।
RBI रिपोर्ट का खुलासा
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की 2023-24 रिपोर्ट के अनुसार, ऑनलाइन फ्रॉड से देश को 1.2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जिसमें निवेश स्कैम का हिस्सा 28% है।
सरकार और सेबी की कार्रवाई
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को फर्जी ऐड्स हटाने के निर्देश दिए हैं। वहीं सेबी ने Investor Awareness Campaign चलाया है, जिसमें बताया जा रहा है कि असली निवेश धैर्य और ज्ञान मांगता है, न कि रील्स की चमक।
कैसे बचें ऐसे स्कैम से
30 दिन में पैसा डबल – ठगी का नया हथियार
साइबर अपराधी फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स और वेबसाइट्स बनाकर रील्स में सेलिब्रिटी लुकअलाइक या ‘सफल निवेशक’ दिखाते हैं। ये लोग गारंटीड रिटर्न का लालच देकर यूजर्स से ऐप डाउनलोड करवाते हैं। शुरुआत में कुछ मुनाफा दिखाकर भरोसा जीत लेते हैं, फिर बड़ी रकम मांगते हैं। जैसे ही पैसा ट्रांसफर होता है, ऐप बंद – अकाउंट ब्लॉक।
45% बढ़े निवेश धोखाधड़ी के केस
साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की 2024 रिपोर्ट के मुताबिक, निवेश फ्रॉड के मामलों में 45% की बढ़ोतरी हुई है। इनमें से 70% शिकायतें सोशल मीडिया रील्स से जुड़ी हैं। सर्वे के अनुसार, 18–35 वर्ष के 62% युवा बिना जांचे-परखे निवेश करते हैं, और बाद में ठगी का शिकार बनते हैं।
विदेशी सर्वर पर चलते हैं फर्जी ऐप्स
जांच एजेंसियों ने पाया कि अधिकतर ये ऐप्स विदेशी सर्वर पर चलते हैं, जिन पर भारतीय कानून की पकड़ नहीं है। दिल्ली पुलिस ने हाल ही में एक ऐसे गिरोह को पकड़ा जो हैदराबाद से ऑपरेट कर रहा था और 500 से अधिक लोगों को ठग चुका था। ठगों के पास फर्जी KYC, स्टॉक टिप्स और AI जनरेटेड वीडियो तक मिले।
एक्सपर्ट्स की वॉर्निंग
वित्त विशेषज्ञों का कहना है कि यह डिजिटल युग की नई पोंजी स्कीम है। सेबी (Securities and Exchange Board of India) के मुताबिक, निवेशक केवल सेबी-रजिस्टर्ड ऐप्स या वेबसाइट्स, जैसे Zerodha, Groww, Upstox, AngelOne या NSE-BSE से जुड़े प्लेटफॉर्म्स - पर ही ट्रेडिंग करें।
RBI रिपोर्ट का खुलासा
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की 2023-24 रिपोर्ट के अनुसार, ऑनलाइन फ्रॉड से देश को 1.2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जिसमें निवेश स्कैम का हिस्सा 28% है।
सरकार और सेबी की कार्रवाई
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को फर्जी ऐड्स हटाने के निर्देश दिए हैं। वहीं सेबी ने Investor Awareness Campaign चलाया है, जिसमें बताया जा रहा है कि असली निवेश धैर्य और ज्ञान मांगता है, न कि रील्स की चमक।
कैसे बचें ऐसे स्कैम से
- निवेश करने से पहले सेबी की वेबसाइट (www.sebi.gov.in) पर ऐप या ब्रोकर की जांच करें।
- हाई रिटर्न, लो रिस्क जैसे दावे झूठे हैं।
- अगर किसी लिंक पर संदेह हो, तो क्लिक न करें।
- ठगी होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें।