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स्मार्टफोन देगा भूकंप से पहले चेतावनी! कुछ समय पहले मिलेगा अलर्ट, जानें कैसे करता है काम

 

नई दिल्ली I भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा की पहले से भविष्यवाणी करना अभी भी असंभव है, लेकिन अब आपके जेब में मौजूद स्मार्टफोन कुछ सेकंड की कीमती चेतावनी देकर आपकी जान बचा सकता है। गूगल का ऐंड्रॉयड अर्थक्वेक अलर्ट सिस्टम और कुछ थर्ड-पार्टी ऐप्स की मदद से लाखों लोग अब भूकंप के शुरुआती झटकों का पता लगाते ही अलर्ट पा रहे हैं।

स्मार्टफोन भूकंप को कैसे पहचानता है?

आपके फोन में मौजूद एक्सेलेरोमीटर (मोशन सेंसर) बहुत छोटे कंपन को भी डिटेक्ट कर लेता है। जब एक इलाके में हजारों ऐंड्रॉयड फोन एक साथ असामान्य कंपन रिकॉर्ड करते हैं, तो यह डेटा तुरंत गूगल के सेंट्रल सर्वर तक पहुंच जाता है। सर्वर कुछ ही सेकंड में इसे भूकंप मानकर आसपास के सभी यूजर्स को अलर्ट भेज देता है। यह अलर्ट भूकंप की दूसरी, ज्यादा खतरनाक लहर (S-wave) आने से पहले पहुंच जाता है, जिससे लोगों को “Drop, Cover, Hold On” करने का मौका मिलता है।

ऐंड्रॉयड फोन में अलर्ट कैसे चालू करें?
1. फोन की Settings खोलें  
2. Location → Safety & emergency पर जाएं  
3. “Earthquake alerts” को ऑन कर दें  

बस इतना करने से आपका फोन अपने आप भूकंप डिटेक्शन नेटवर्क का हिस्सा बन जाएगा।

iPhone यूजर्स क्या करें?
iPhone में गूगल का यह क्राउडसोर्स्ड सिस्टम काम नहीं करता, लेकिन आप सरकार के इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम को चालू रख सकते हैं:  
- Settings → Notifications  
- सबसे नीचे Government Alerts या Emergency Alerts को ऑन करें  

इसके अलावा MyShake ऐप डाउनलोड करके अतिरिक्त अलर्ट पाएं।

MyShake ऐप – दोनों प्लेटफॉर्म पर फ्री

कैलिफॉर्निया यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित MyShake ऐप 4.5 मैग्नीट्यूड या उससे ज्यादा के भूकंप के लिए अलग से अलर्ट भेजता है।  
- ऐप डाउनलोड करें  
- सेटअप पूरा करें और लोकेशन परमिशन दें  
- अब आपको दोहरे अलर्ट मिलेंगे

दो तरह के गूगल अलर्ट
- Be Aware Alert → हल्के झटके, सतर्क रहें  
- Take Action Alert → तेज झटके आने वाले हैं, तुरंत सुरक्षित जगह पर जाएं

विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही 5-10 सेकंड का अलर्ट मिले, लेकिन ऊंची इमारतों में लिफ्ट से उतरने, स्कूलों में बच्चों को डेस्क के नीचे छिपने या खुले मैदान में पहुंचने के लिए यही सेकंड जीवन-मृत्यु का अंतर पैदा कर सकते हैं।

भारत जैसे भूकंप-संवेदनशील देश में यह तकनीक अभी पूरी तरह लागू नहीं हुई है, लेकिन हिमालयी क्षेत्र, गुजरात, उत्तर-पूर्व राज्यों में रहने वाले लोग इसे जरूर चालू कर लें। अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए आज ही अपने फोन में भूकंप अलर्ट ऑन करें!