वाराणसी। भारतीय रेल की ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत प्रमुख स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिसमें आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं का ध्यान रखा गया है। यह योजना दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ स्टेशनों के समग्र विकास को सुनिश्चित करती है।
योजना के तहत स्टेशनों के लिए विशेष मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जिसमें स्टेशन तक पहुँचने का मार्ग, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, प्रसाधन केंद्र, लिफ्ट/एस्केलेटर, निःशुल्क वाई-फाई, और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ जैसी योजनाएँ शामिल हैं। बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, एग्जीक्यूटिव लाउंज, और व्यावसायिक बैठकों के लिए विशेष स्थान भी योजना में शामिल हैं।
वाराणसी मंडल में 19 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिसमें वाराणसी सिटी, बनारस, बलिया, आजमगढ़, देवरिया सदर, और मऊ जैसे प्रमुख स्टेशन शामिल हैं। इन स्टेशनों का विकास लगभग 2,000 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है।
हर स्टेशन के लिए निर्धारित लागत:
- वाराणसी सिटी: ₹44.98 करोड़
- बनारस: ₹53.33 करोड़
- बलिया: ₹40.47 करोड़
- आजमगढ़: ₹33.60 करोड़
- देवरिया सदर: ₹44.54 करोड़
- मऊ: ₹48.87 करोड़
- सीवान: ₹51.95 करोड़
- और अन्य स्टेशनों के लिए भी अलग-अलग लागत निर्धारित की गई है।
इस योजना के माध्यम से स्टेशनों में विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे यात्री अनुभव को और बेहतर बनाया जा सकेगा।