चांदी ने रचा इतिहास: 11 दिसंबर को 1,86,988 रुपये प्रति किलो पर ऑल टाइम हाई
नई दिल्ली I घरेलू बाजार में चांदी ने बुधवार को नया रिकॉर्ड कायम कर दिया। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, चांदी एक झटके में 1,500 रुपये महंगी होकर 1,86,988 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। यह इसका अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। एक दिन पहले मंगलवार को यह 1,85,488 रुपये प्रति किलो थी।
वहीं सोने में भी तेजी जारी रही। 24 कैरेट सोना 747 रुपये चढ़कर 1,28,535 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। हालांकि सोना अभी भी अपने ऑल टाइम हाई (17 अक्टूबर को बने 1,30,874 रुपये) से थोड़ा नीचे है।
साल 2025 में अब तक का प्रदर्शन
- सोना: 31 दिसंबर 2024 को ₹76,162 → अब ₹1,28,535 (कुल बढ़ोतरी ₹52,373)
- चांदी: 31 दिसंबर 2024 को ₹86,017 → अब ₹1,86,988 (कुल बढ़ोतरी ₹1,00,971 यानी 117%)
चांदी में बेकाबू तेजी के 3 बड़े कारण
1. औद्योगिक मांग में भारी उछाल – सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कोस्मास मरिनाकिस के अनुसार, चांदी अब सिर्फ ज्वेलरी या निवेश तक सीमित नहीं रही। सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स, 5G, इलेक्ट्रिक व्हीकल जैसी इंडस्ट्री में इसकी भारी मांग है। कंपनियां भविष्य की जरूरत को देखते हुए जमकर खरीदारी कर रही हैं।
2. ट्रंप की टैरिफ नीति का डर – अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के फिर सत्ता में आने के बाद चांदी आयात पर भारी टैरिफ लगने की आशंका है। इससे पहले ही अमेरिकी कंपनियां बड़े पैमाने पर स्टॉक जमा कर रही हैं, जिससे ग्लोबल सप्लाई में कमी आई है।
3. दुनिया भर में सप्लाई चेन की होड़ – उत्पादन बाधित न हो, इसलिए हर देश की मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां चांदी की सप्लाई लॉक करने में जुटी हैं। नतीजा – कीमतें आसमान छू रही हैं।
2 लाख के पार जा सकती है चांदी!
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया का अनुमान है कि मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव और इंडस्ट्रियल डिमांड को देखते हुए चांदी जल्द ही 2 लाख रुपये प्रति किलो के पार जा सकती है। वहीं सोना भी 1.35 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
अलग-अलग शहरों में अलग रेट क्यों?
IBJA की घोषित कीमतें शुद्ध धातु की कीमत होती हैं। इनमें 3% GST, मेकिंग चार्ज, टीसीएस और ज्वेलर का मार्जिन शामिल नहीं होता। इसलिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई आदि में रिटेल कीमतें अलग-अलग दिखती हैं। कई बैंक जैसे पंजाब नेशनल बैंक गोल्ड लोन के लिए इन्हीं IBJA रेट्स को आधार बनाते हैं।
