Varanasi : यंग इंडियंस (Child Sexual Abuse Awareness) की मासूम पहल के तहत मंगलवार को स्थित कुटुंब शेल्टर हाउस में बच्चों को यौन शोषण से बचाने और उन्हें सुरक्षित बचपन प्रदान करने के उद्देश्य से एक विशेष प्रायोगिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला 5 से 10 वर्ष की आयु के बच्चों को अच्छे और बुरे स्पर्श में अंतर समझाने, असहज परिस्थितियों में आत्मरक्षा और संवाद की क्षमता विकसित करने पर केंद्रित था ।

कार्यक्रम का उद्देश्य :-
- बच्चों को यौन शोषण के खतरों के प्रति जागरूक करना।
- अच्छे और बुरे स्पर्श के बीच अंतर सिखाना।
- असहज परिस्थितियों में आत्मरक्षा और विश्वसनीय व्यक्तियों से संवाद की क्षमता विकसित करना।
- प्रारूप: संवेदनशील विषय को बच्चों के लिए सहज और समझने योग्य बनाने के लिए इंटरैक्टिव और प्रायोगिक सत्र।

सामाजिक महत्व :-
- बच्चों की सुरक्षा: भारत में बाल यौन शोषण (CSA) एक गंभीर समस्या है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) 2022 के अनुसार, बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों के मामले में वृद्धि देखी गई है। मासूम पहल जैसे प्रयास बच्चों को सशक्त बनाने और अपराधों को रोकने में महत्वपूर्ण हैं।
- जागरूकता की आवश्यकता: विशेषज्ञों का मानना है कि छोटी उम्र में बच्चों को यौन शोषण के बारे में शिक्षित करने से वे असुरक्षित परिस्थितियों को पहचान सकते हैं और मदद मांग सकते हैं।
- मीडिया की भूमिका: यंग इंडियंस ने मीडिया से इस पहल को व्यापक स्तर पर प्रचारित करने की अपील की है ताकि अधिक से अधिक लोग इससे जुड़ सकें और बच्चों की सुरक्षा के लिए सामुदायिक प्रयास बढ़ें।

यंग इंडियंस (Yi), कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) की एक पहल है, जो युवा नेतृत्व, सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्र निर्माण को बढ़ावा देती है। Yi की मासूम पहल विशेष रूप से बच्चों की सुरक्षा और कल्याण पर केंद्रित है, जो पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) और अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत जागरूकता फैलाने का कार्य करती है। वाराणसी में Yi ने पहले भी शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में कई सामाजिक पहलें शुरू की हैं।
