काशी के 84 घाट होंगे गंदगी से मुक्त, हर घाट पर लगेंगे बायो-डाइजेस्टर शौचालय और यूरिनल
काशी के 84 घाट होंगे गंदगी से मुक्त, हर घाट पर लगेंगे बायो-डाइजेस्टर शौचालय और यूरिनल
वाराणसी। धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी के गंगा घाटों को स्वच्छ और पर्यावरण-friendly बनाने की दिशा में नगर निगम ने अहम फैसला लिया है। शहर के सभी 84 घाटों पर बायो-डाइजेस्टर शौचालय और यूरिनल स्थापित किए जाएंगे। इस पहल से गंगा नदी में गंदगी जाने से रोक लगेगी और श्रद्धालुओं व पर्यटकों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
स्मार्ट सिटी सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान महापौर अशोक तिवारी ने इस योजना को जल्द अमल में लाने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को साफ शब्दों में कहा कि घाटों की सफाई व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। घाटों पर तीन शिफ्टों में नियमित सफाई होगी और कर्मचारियों की उपस्थिति की डिजिटल मॉनिटरिंग अनिवार्य की जाएगी।
बैठक से पहले महापौर ने शहर के विभिन्न सार्वजनिक यूरिनलों का स्थलीय निरीक्षण भी किया और व्यवस्थाओं की हकीकत परखी। उन्होंने साफ-सफाई के साथ-साथ नगर निगम की आय बढ़ाने और जनसुविधाओं के विस्तार पर भी जोर दिया।
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि शहर में कई बड़े विकास कार्य प्रस्तावित हैं। असि क्षेत्र में फूड प्लाजा और मल्टीलेवल पार्किंग, शिवपुर और सिगरा पेट्रोल पंप के पास आधुनिक व्यावसायिक भवन बनाए जाएंगे। सिगरा में करीब 40.52 करोड़ रुपये की लागत से अंडरग्राउंड पार्किंग, मार्केट और होटल का निर्माण होगा, जबकि कबीरचौरा में लगभग 34 करोड़ रुपये की लागत से ढाई एकड़ में व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास जल्द किया जाएगा।
इस बैठक में नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल, अपर नगर आयुक्त संगम लाल, अमित कुमार, विनोद कुमार, संयुक्त नगर आयुक्त कृष्ण चंद्र और मुख्य अभियंता आरके सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। नगर निगम की इस पहल से काशी के घाटों को स्वच्छ, सुंदर और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
