भारी सुरक्षा घेरे में वाराणसी कोर्ट में पेश हुए अमिताभ ठाकुर, न्यायिक हिरासत में देवरिया जेल भेजे गए
वाराणसी। पूर्व आईपीएस अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर को शुक्रवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच वाराणसी की विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट परिसर के अंदर और बाहर करीब 500 पुलिसकर्मी बुलेटप्रूफ जैकेट पहने तैनात रहे। हिंदू संगठनों के संभावित आक्रोश को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
पेशी के दौरान पुलिसकर्मियों ने बॉडी प्रोटेक्टर और बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर अमिताभ ठाकुर को कोर्ट रूम तक ले गए। कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत रोकने के लिए करीब 200 पुलिसकर्मी सीटी बजाते रहे। अमिताभ ठाकुर पुलिस के रवैये से नाखुश नजर आए और पुलिसकर्मियों से उनकी बहस भी हुई। जज ने उन्हें कुर्सी पर बैठने को कहा।
गुरुवार शाम को बी-वारंट पर देवरिया जेल से वाराणसी लाए गए अमिताभ ठाकुर को सेंट्रल जेल की तन्हाई बैरक में रखा गया था, जहां वे पूरी रात बेचैन रहे और सो नहीं सके। पेशी के बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में देवरिया जेल भेज दिया।
मामला क्या है?
हिंदू युवा वाहिनी के नेता और बड़ी पियरी निवासी अंबरीश सिंह भोला ने चौक थाने में अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी डॉ. नूतन ठाकुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि 30 नवंबर 2025 को अमिताभ ठाकुर ने अपने एक्स (ट्विटर) अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें अंबरीश सिंह पर कफ सिरप तस्करी से जुड़े झूठे आरोप लगाए गए। इससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा।
अमिताभ ठाकुर के वकील ने रिमांड का विरोध किया, लेकिन कोर्ट ने न्यायिक हिरासत का आदेश दिया। सुरक्षा के मद्देनजर कोर्ट परिसर को पूरी तरह खाली कराया गया था और हर गेट पर अतिरिक्त फोर्स तैनात रही।
