आशा बहुओं का अल्टीमेटम, सरकार ने मांगे नहीं मानी तो 1 नवंबर से करेंगी हड़ताल, ठप होंगे CHC-PHC के काम
वाराणसी। आशा बहुओं ने अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। आल इंडिया आशा बहू कार्यकर्ती कल्याण समिति वाराणसी इकाई ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।

ज्ञापन में आशा कार्यकर्तियों के लिए नियमित मानदेय, निश्चित वेतन, राज्य कर्मचारी का दर्जा और प्रोत्साहन राशि का समय पर भुगतान जैसी प्रमुख मांगें शामिल हैं। समिति ने चेतावनी दी है कि यदि मांगे पूरी नहीं की गईं, तो 1 नवंबर 2025 से देशभर की आशा कार्यकर्तियां हड़ताल करेंगी।

आल इंडिया आशा बहू कार्यकर्ती कल्याण समिति का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संगीता गिरी और प्रांतीय मुख्य सलाहकार मुन्नू लाल रावत के नेतृत्व में जिलाधिकारी वाराणसी से मिला। दोनों पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपकर कहा कि लंबे समय से आशा बहुओं की मांगों पर केवल आश्वासन मिल रहे हैं, लेकिन ठोस निर्णय नहीं लिया जा रहा।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संगीता गिरी ने कहा कि यदि सरकार ने इस बार भी मांगों पर कार्रवाई नहीं की, तो 1 नवंबर से सभी आशा बहुएं देशभर में अपने कार्यों का बहिष्कार करेंगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान सीएससी और पीएचसी केंद्रों पर भी कार्य पूरी तरह ठप रहेगा।

संगीता गिरी ने यह भी चेतावनी दी कि अगर आंदोलन के दौरान किसी आशा कार्यकर्ती को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न किया गया, तो संगठन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएगा।
17 नवंबर को दिल्ली में धरना
संगठन ने आगे की रणनीति की जानकारी देते हुए बताया कि 17 नवंबर 2025 को दिल्ली में विशाल ऐतिहासिक धरना आयोजित किया जाएगा। धरने के बाद प्रधानमंत्री को भी मांग पत्र सौंपा जाएगा। वाराणसी से लगभग 500 आशा कार्यकर्तियां 16 नवंबर को दिल्ली रवाना होंगी।
