वाराणसी: सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा 25 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। चार दिवसीय इस महापर्व की शुरुआत 25 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ होगी। 26 अक्टूबर को खरना, 27 अक्टूबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य और 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ पर्व का समापन होगा। इस दौरान लाखों व्रतियों की सुरक्षा के लिए गंगा घाटों, सरोवरों और कुंडों पर 11 एनडीआरएफ बटालियन की टीमें तैनात की जाएंगी।
NDRF की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
छठ व्रतियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार के निर्देश पर 11 एनडीआरएफ की टीमें गंगा घाटों और सरोवरों पर तैनात रहेंगी। एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि वाराणसी, बीएलडब्लू और चंदौली में कुल 7 टीमें सक्रिय रहेंगी। प्रत्येक टीम में 30 प्रशिक्षित कर्मी शामिल होंगे, जो रेस्क्यू मोटर बोट, वॉटर एम्बुलेंस, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय, गोताखोर, पैरामेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य जीवन रक्षक उपकरणों से लैस होंगे। आपात स्थिति में त्वरित सहायता के लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित किया गया है। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमें भी तैनात की जा सकती हैं।
बरेका में पंजीकरण और पास की व्यवस्था
बरेका प्रशासन ने छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे आधार कार्ड के साथ सूर्य सरोवर, बरेका पहुंचकर पंजीकरण कराएं और प्रवेश पास प्राप्त करें। यह पास छठ पूजा के दिन सरोवर परिसर में सुव्यवस्थित प्रवेश सुनिश्चित करेगा। पास का वितरण 26 अक्टूबर तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक सूर्य सरोवर पर किया जाएगा।