Dev Deepawali 2025: गुजरात से आएंगे 3 लाख दीप, काशी की देव दीपावली होगी और भी भव्य
Varanasi : काशी की विश्व प्रसिद्ध Dev Deepawali इस बार और भी खास होने जा रही है। वाराणसी के गंगा घाट इस वर्ष 3 लाख नए दीपों की चमक से रोशन होंगे, जिन्हें गुजरात की रेवा फाउंडेशन के माध्यम से तैयार किया गया है। बनारस के फेरी पटरी ठेला व्यवसायी संगठन ने दीपों की व्यवस्था की जिम्मेदारी फाउंडेशन को सौंपी है।
रेवा फाउंडेशन ने इस काम के लिए 200 महिलाओं को जिम्मेदारी दी है। संस्था के प्रतिनिधियों का कहना है कि यह पहल केवल काशी की परंपराओं को समृद्ध नहीं करेगी, बल्कि महिलाओं को रोजगार देने की दिशा में भी अहम कदम साबित होगी। महिलाओं द्वारा बनाए गए ये दीप देव दीपावली पर गंगा घाटों की रौनक को और बढ़ाएंगे।
काशी की Dev Deepawali अपनी भव्यता और अनूठी छटा के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर काशी के घाटों पर लाखों दीप जलाए जाते हैं। गंगा की लहरों पर झिलमिलाते ये दीप एक अलौकिक दृश्य प्रस्तुत करते हैं, जिसे देखने के लिए देशभर और विदेशों से पर्यटक वाराणसी आते हैं।
इस बार गुजरात के 3 लाख दीप जब गंगा घाटों को आलोकित करेंगे, तो यह आयोजन काशी और गुजरात के सांस्कृतिक जुड़ाव का भी प्रतीक बनेगा। काशी की आध्यात्मिक आभा और दीपों की झिलमिलाहट से Dev Deepawali का आकर्षण और भी अद्भुत और अविस्मरणीय होगा।
इस अनूठे सहयोग से न केवल त्योहार की भव्यता बढ़ेगी, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपनी कला प्रदर्शित करने का अवसर भी मिलेगा। इस पहल से काशी की Dev Deepawali इस वर्ष पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार अनुभव साबित होने जा रही है।
