दो बूंद जिंदगी की : वाराणसी में पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत, 1813 पोलियो बूथों पर 2 लाख 83 हजार बच्चों को पिलाया गया ड्रॉप
वाराणसी। जनपद में पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ रविवार को शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दुर्गाकुंड में किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बूथ दिवस पर बच्चों को पोलियो की ड्रॉप पिलाकर अभियान की शुरुआत की और अभिभावकों से बच्चों को नियमित रूप से टीकाकरण कराने की अपील की।

सीएमओ ने बताया कि रविवार को जिले भर में आयोजित 1813 पोलियो बूथों पर कुल 2 लाख 83 हजार 637 बच्चों को पोलियो की खुराक दी गई। इनमें शहरी क्षेत्र के 715 बूथों पर 78,586 और ग्रामीण क्षेत्र के 1098 बूथों पर 2,05,051 बच्चों को ड्रॉप पिलाई गई।
उन्होंने बताया कि सोमवार से 19 दिसंबर तक स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की वैक्सीन पिलाएंगी। वहीं, अभियान के दौरान छूटे बच्चों को 22 दिसंबर को ड्रॉप दी जाएगी। इस अभियान के तहत जनपद में शून्य से पांच वर्ष तक के 5,27,562 बच्चों को कवर करने का लक्ष्य रखा गया है।

डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि पोलियो वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है। उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की कि जन्म से लेकर पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप जरूर पिलाएं और उम्र के अनुसार सभी नियमित टीके समय पर लगवाएं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ. एस.एस. कनौजिया ने बताया कि बूथ दिवस पर स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक विद्यालयों, कंपोजिट स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई गई। उन्होंने बताया कि पोलियो की खुराक जन्म के समय, 6, 10 और 14 सप्ताह पर दी जाती है, जबकि 16 से 24 माह के बीच बूस्टर डोज दी जाती है।
इस दौरान इनर व्हील क्लब वाराणसी की ओर से ट्रांजिट टीमों के लिए पोलियो लोगो युक्त 10 जैकेट भी प्रदान किए गए। कार्यक्रम में डिप्टी डीआईओ डॉ. नवीन सिंह, अधीक्षक डॉ. देवव्रत, डब्ल्यूएचओ से डॉ. विकास गुप्ता, यूनिसेफ, यूएनडीपी सहित अन्य अधिकारी और स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
उधर, काशी विद्यापीठ सीएचसी, मंडुआडीह पीएचसी, भीटी, मलरिया, तारापुर, मदरवा केंद्र, अराजीलाइन ब्लॉक और चोलापुर क्षेत्र के विभिन्न बूथों पर भी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई।
