भक्ति से विकास तक...वाराणसी में CM योगी और उपराष्ट्रपति ने खोला नाटकोटक्षेत्रम धर्मशाला का द्वार
वाराणसी। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) शुक्रवार की शाम वाराणसी पहुंचे। यहां दोनों अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर और फीता काटकर नाटकोटक्षेत्रम धर्मशाला का शुभारंभ किया। उद्घाटन के साथ ही पूरा परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
25 साल में काशी पूरी तरह बदल गई– उपराष्ट्रपति
कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि आज की काशी देखकर वे बेहद प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा, “मैंने 25 साल पहले जो काशी देखी थी, और आज जो काशी देख रहा हूं, उसमें जमीन-आसमान का फर्क है। यह बदलाव प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही संभव हुआ है।

उन्होंने कहा कि नाटकोटक्षेत्रम धर्मशाला का उद्घाटन करना उनके लिए सौभाग्य की बात है और वे इस आयोजन का हिस्सा बनकर बहुत प्रसन्न हैं।
“काशी में भक्ति के साथ विकास भी – सीएम योगी
उद्घाटन समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब काशी में केवल भक्ति ही नहीं, बल्कि विकास की गंगा भी बह रही है। उन्होंने कहा, “गोस्वामी तुलसीदास ने काशी में रामचरितमानस की रचना कर भक्ति की धारा प्रवाहित की थी, और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यही नगरी विकास के नए आयाम छू रही है।

सीएम योगी ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हुई है। इनमें तमिलनाडु और दक्षिण भारत से आने वाले भक्तों की संख्या विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा, “काशी को अब तक 51 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का तोहफा मिला है, जिनमें से 36 हजार करोड़ की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।”
योगी ने आगे कहा कि कार्तिक मास में आयोजित यह कार्यक्रम अब एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक समारोह का रूप ले चुका है।
दर्शन करेंगे श्रीकाशी विश्वनाथ के
उद्घाटन कार्यक्रम के समापन के बाद उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन अपनी पत्नी के साथ श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। इससे पहले, उनके आगमन को लेकर लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से लेकर काशी तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
