गुरुकुल मोंटेसरी स्कूल का छठा वार्षिक उत्सव ‘संस्कृति’ धूमधाम से मना, नन्हे-मुन्नों की प्रस्तुति ने किया मोहित
वाराणसी। कबीरचौरा स्थित नागरिक नाटक मंडली में गुरुकुल मोंटेसरी स्कूल, नाटी इमली द्वारा विद्यालय का छठा वार्षिक उत्सव ‘संस्कृति’ बड़े ही हर्षोल्लास और भव्यता के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को किया गया, जिसमें शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक सरोकारों का सुंदर संगम देखने को मिला।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार में स्टांप ड्यूटी मंत्री रविंद्र जायसवाल उपस्थित रहे, जबकि विश्व मंगल सभा, काशी प्रांत की प्रांतीय अध्यक्ष आनंद प्रभा ने गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं गणेश वंदना के साथ किया गया।

वार्षिक उत्सव का थीम ‘संस्कृति’ रहा, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से जुड़ी सामाजिक, सांस्कृतिक और समकालीन समस्याओं को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। अपने संबोधन में आनंद प्रभा ने कहा कि शिक्षा दो प्रकार की होती है—एक विश्वामित्र और वशिष्ठ की शिक्षा, जिसने रामायण जैसे आदर्श ग्रंथ की रचना कराई, और दूसरी द्रोणाचार्य की शिक्षा, जिसने महाभारत को जन्म दिया। उन्होंने शिक्षकों को समाज का शिल्पकार बताते हुए कहा कि बच्चों को सही दिशा देना हमारा कर्तव्य है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आज की कई समस्याओं की जड़ें दशकों पहले बोई जा चुकी थी।

कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों ने न केवल अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, बल्कि वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को भी मंच पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। प्रस्तुतियों में धारा 370, कश्मीरी पंडितों की पीड़ा, विभिन्न राज्यों की लोक-संस्कृति, खानपान, वेशभूषा और क्षेत्रीय विशेषताओं को जीवंत रूप में दर्शाया गया।
विद्यालय के निदेशक नीरज जायसवाल ने कहा कि भारत का इतिहास अत्यंत गौरवशाली रहा है और अपनी संस्कृति को समझने के लिए इतिहास के पन्नों को पलटना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वार्षिक उत्सव ‘संस्कृति’ के माध्यम से यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि किस प्रकार हमारी सांस्कृतिक विरासत को समय-समय पर तोड़ा-मरोड़ा गया, लेकिन फिर भी मिट्टी की खुशबू और परंपराओं के संदेश से हमारी संस्कृति आज भी जीवित है।

कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने बच्चों के प्रयासों की सराहना की और विद्यालय परिवार को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
