कण-कण में काशी, रस-रस में बनारस की झलक... गंगा महोत्सव का भव्य आगाज
वाराणसी। काशी की धरती पर एक बार फिर गंगा तट उत्सवों की रौनक से जगमगा उठी। “कण-कण में काशी, रस-रस में बनारस” थीम पर आधारित चार दिवसीय काशी गंगा महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को राजघाट स्थित गंगा तट पर किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

कार्यक्रम के शुभारंभ पर मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने कहा कि काशी की ऐसी महिमा है कि यहां साल के 365 दिन किसी न किसी उत्सव का आयोजन होता है। उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर मनाया जाने वाला यह गंगा महोत्सव अब अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुका है। देश-विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक इस आयोजन में शामिल होने आते हैं।
उन्होंने कहा कि गंगा महोत्सव के माध्यम से न केवल गंगा की आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान मिलती है, बल्कि यह स्थानीय और उभरते हुए कलाकारों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का बड़ा मंच भी बन गया है। जायसवाल ने कहा कि चार दिवसीय गंगा महोत्सव के समापन के बाद मनाई जाने वाली देव दीपावली अब विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान बना चुकी है।

महोत्सव का शुभारंभ पं. माता प्रसाद मिश्र और पं. रविशंकर मिश्र के मनमोहक युगल कथक नृत्य से हुआ। कार्यक्रम में संगीत की विभिन्न विधाओं की झलक देखने को मिलेगी, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों के साथ-साथ बनारस के स्थानीय कलाकार भी मंच साझा करेंगे।

इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल तथा संयुक्त निदेशक पर्यटन दिनेश सिंह समेत कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
