वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अब सीवर, पेयजल और सड़कों की समस्याएं इतिहास बनेंगी। नगर निगम ने इन बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने के लिए 64.91 करोड़ रुपये की लागत से विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। मेयर अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि शहर की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में सड़कों, सीवर, पेयजल और प्राचीन कुओं के जीर्णोद्धार से जुड़े सैकड़ों कार्य कराए जाएंगे।
उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में 28.17 करोड़ के कार्य
उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में 12.50 करोड़ रुपये से 90 सड़कों और गलियों का निर्माण होगा। इसके अलावा 15.52 करोड़ रुपये से सीवर और पेयजल के 63 कार्य पूरे किए जाएंगे। 14.94 लाख रुपये की लागत से 11 प्राचीन कुओं का जीर्णोद्धार भी कराया गया है। कुल मिलाकर 28.17 करोड़ रुपये से 164 कार्य इस क्षेत्र में होंगे।
दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र में 19.16 करोड़ की परियोजनाएं
दक्षिणी विधानसभा में 6.25 करोड़ रुपये से 73 सड़कों और गलियों का निर्माण कार्य होगा। 12.50 करोड़ रुपये से सीवरेज और पेयजल के 40 कार्य किए जाएंगे, जबकि 40.76 लाख रुपये से 26 कुओं का पुनर्निर्माण पूरा हुआ है। इस क्षेत्र में कुल 19.16 करोड़ रुपये से 139 कार्य पूरे होंगे।
कैंट विधानसभा में सबसे अधिक 40.37 करोड़ के कार्य
कैंट विधानसभा क्षेत्र में 40.37 करोड़ रुपये की लागत से 184 कार्य होंगे। इसमें 23.76 करोड़ रुपये से सड़कों और गलियों का निर्माण, 16.21 करोड़ रुपये से सीवरेज और पेयजल के 47 कार्य, और 29.13 लाख रुपये से 20 कुओं का जीर्णोद्धार शामिल है।
रोहनिया और सेवापुरी में भी विकास कार्य
रोहनिया विधानसभा में 14 करोड़ रुपये से 66 सड़कों और गलियों का निर्माण, 4.20 करोड़ रुपये से सीवरेज और पेयजल के 16 कार्य, और 14.54 लाख रुपये से 8 कुओं का पुनर्निर्माण होगा। कुल 18.35 करोड़ रुपये से 90 कार्य किए जाएंगे। वहीं, सेवापुरी विधानसभा में 8.40 करोड़ रुपये से 37 सड़कों और गलियों का निर्माण और 3.20 करोड़ रुपये से सीवर व पेयजल के 14 कार्य पूरे होंगे।
मेयर अशोक कुमार तिवारी ने कहा कि इन परियोजनाओं से वाराणसी में मूलभूत सुविधाओं में व्यापक सुधार होगा और नागरिकों को लंबे समय तक राहत मिलेगी। यह पहल शहर को स्वच्छ, सुंदर और सुविधाजनक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।