वाराणसी: 138 साल पुराना राजघाट पुल 30 दिनों तक रहेगा बंद, वैकल्पिक रूट और डायवर्जन जानिए
वाराणसी। बनारस की पहचान बने 138 वर्ष पुराने मालवीय पुल (राजघाट पुल) को मेंटेनेंस कार्य के लिए 20 दिसंबर 2025 से एक महीने के लिए चार पहिया और तीन पहिया वाहनों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान केवल दोपहिया वाहन और पैदल यात्रियों को ही पुल पार करने की अनुमति मिलेगी।
गंगा नदी पर बना यह डबल डेकर पुल वाराणसी को चंदौली (मुगलसराय) से जोड़ता है और बिहार, बंगाल जाने वाले सड़क मार्ग का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पुल के नीचे रेलवे की मुख्य लाइन भी गुजरती है, हालांकि मेंटेनेंस कार्य से ट्रेनों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन गति सीमा निर्धारित की जा सकती है।
पीडब्ल्यूडी सूत्रों के अनुसार, पुल का निर्माण 1887 में पूरा हुआ था और आजादी से पहले इसे डफरिन ब्रिज के नाम से जाना जाता था। हर दिन करीब 50 हजार वाहन इस पुल से गुजरते हैं। मेंटेनेंस के कारण भारी वाहनों पर रोक लगने से शास्त्री पुल, विश्वसुंदरी पुल, लंका, सामनेघाट और नेशनल हाईवे-2 पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ने की आशंका है।
एडीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि पुल बंद होने के मद्देनजर जल्द ही ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की जाएगी। इससे पहले 2007 में भी मेंटेनेंस के लिए पुल को बंद किया गया था और कुछ वर्ष पहले भारी वाहनों पर रोक लगाई गई थी, जिसे बाद में हटा लिया गया।
