Movie prime

Varanasi: दुर्गा अष्टमी पर बारिश का कहर, वाराणसी में जलमग्न सड़कें, पंडालों में कीचड़

 
Varanasi: दुर्गा अष्टमी पर बारिश का कहर, वाराणसी में जलमग्न सड़कें, पंडालों में कीचड़
WhatsApp Channel Join Now
Instagram Profile Join Now

Varanasi: दुर्गा अष्टमी की शाम 5 बजे से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने वाराणसी में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। रात 12:30 बजे तक रुक-रुक कर चली बारिश में 50 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई। गरज-चमक के साथ हुई इस बारिश से सड़कों पर 2 फीट तक पानी भर गया, वहीं बीएचयू ट्रॉमा सेंटर के बाहर 3 फीट जलभराव देखा गया। मैदागिन, भेलूपुर, चांदपुर समेत कई इलाकों में बिजली गुल रही।

बारिश के कारण ईश्वरगंगी पोखरे के पास लोटादास मठ की 20 फीट ऊंची दीवार ढह गई, जिसमें 3 बाइक मलबे में दब गईं। जैतपुरा थाना प्रभारी बृजेश मिश्र ने बताया कि कोई जनहानि नहीं हुई और नगर निगम को सूचित कर दिया गया है।

Varanasi: दुर्गा अष्टमी पर बारिश का कहर, वाराणसी में जलमग्न सड़कें, पंडालों में कीचड़

पंडालों में जलभराव, श्रद्धालुओं को परेशानी

Varanasi में दुर्गा पूजा पंडालों के बाहर 1 से 1.5 फीट पानी जमा हो गया, जिससे दर्शनार्थियों और पर्यटकों को पूजा-दर्शन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोग कीचड़ भरे रास्तों से होकर पंडालों तक पहुंचे। शिवपुर मिनी स्टेडियम के 100 फीट ऊंचे भव्य दुर्गा पंडाल के बाहर हालात सबसे खराब रहे।

कैंट, नदेसर, कचहरी, भोजूबीर, चेतगंज, हथुआ मार्केट, मंडुआडीह जैसे Varanasi के इलाकों में भी पंडालों के बाहर कीचड़ जमा हो गया। बारिश और खराब रास्तों के चलते कई जगह भीड़ कम रही। कज्जाकपुरा, प्रह्लाद घाट, भदऊचुंगी, विशेश्वरगंज, दारानगर और औसानगंज के पंडालों में पानी भरने से फर्श पर फिसलन और गीली बिजली की झालरों ने श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ाई।

Varanasi: दुर्गा अष्टमी पर बारिश का कहर, वाराणसी में जलमग्न सड़कें, पंडालों में कीचड़

मौसम और तापमान

दिनभर की उमस और धूप के बाद शाम को बारिश ने मौसम को सुहाना कर दिया। अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 1.6 डिग्री अधिक) और न्यूनतम 25.5 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक) दर्ज किया गया। हवा में नमी 91% से अधिक होने से उमस बढ़ी। हवा की गति 13 किमी/घंटा रही।

मानसून और बारिश का हाल

लखनऊ के यूपी आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह के अनुसार, प्रदेश के 30 जिलों में मानसून वर्षा सामान्य रही। Varanasi में सामान्य 812.1 मिमी के मुकाबले 15% अधिक 929.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। पूरे यूपी में मानसूनी वर्षा 6% कम रही, जबकि पूर्वी यूपी में यह 17% कम (666 मिमी) और पश्चिमी यूपी में 12% अधिक (752.5 मिमी) रही। मानसून 18 जून को प्रदेश में दाखिल हुआ और 24 सितंबर से पश्चिमी यूपी से वापसी शुरू हुई। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दाब क्षेत्र के कारण पूर्वी यूपी में अक्टूबर के पहले सप्ताह में बारिश की संभावना बनी हुई है।

इस नवरात्र में 27 और 30 सितंबर को Varanasi में दो बार बारिश हुई, जो पिछले 5 साल में दूसरी बार देखी गई। गायघाट में मूसलधार बारिश के बीच मेला देखने निकले सूरज और उनके परिवार जैसे कई लोगों को भारी परेशानी हुई।