वाराणसी: SGFI बिल में कमीशन विवाद, JDE ऑफिस में प्रिंसिपल से मारपीट, लिपिक पर FIR दर्ज
वाराणसी के JDE कार्यालय में विकास इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अशोक सिंह से SGFI प्रतियोगिता के बिल पर कमीशन मांगने को लेकर लिपिक विनय कुमार सिंह ने गाली-गलौज और मारपीट की। प्रिंसिपल की शिकायत पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर CCTV फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
वाराणसी: संयुक्त शिक्षा निदेशक (JDE) कार्यालय में शनिवार को विकास इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अशोक कुमार सिंह से अभद्रता और मारपीट का गंभीर मामला सामने आया है। प्रिंसिपल ने यह शिकायत कैंट थाने में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी लिपिक विनय कुमार सिंह के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कमीशन को लेकर बढ़ा विवाद
डॉ. अशोक सिंह के अनुसार, SGFI की 69वीं विद्यालयीय तीरंदाजी नेशनल प्रतियोगिता 19 से 21 नवंबर के बीच लालपुर स्टेडियम में आयोजित हुई थी, जिसमें वे संयुक्त आयोजक थे। कार्यक्रम के बाद उनके सहयोगी ने 13 लाख रुपये का पहला बिल JDE कार्यालय में जमा किया। आरोप है कि लिपिक विनय कुमार सिंह ने बिल पास कराने के बदले 5% कमीशन की मांग की, जिसे मजबूरी में देना पड़ा।
18 लाख के बिल पर 10% कमीशन की मांग
डॉ. सिंह का कहना है कि इसके बाद दूसरा 18 लाख रुपये का बिल जमा किया गया, लेकिन लिपिक ने इसे पास करने के लिए 10% कमीशन की डिमांड की। यह जानकारी मिलते ही प्रिंसिपल उपचाररत अपनी मां को अस्पताल में छोड़कर सीधे JDE ऑफिस पहुंचे।
ऑफिस में गाली-गलौज और मारपीट का आरोप
प्रिंसिपल का आरोप है कि बिल के संबंध में पूछताछ करने पर लिपिक विनय कुमार सिंह ने गाली-गलौज शुरू कर दी और अपने साथियों के साथ उन्हें धक्का देकर मारपीट की। इस दौरान उनके पैर में चोट भी आई। प्रिंसिपल ने कहा कि जब यह सब हुआ, उनकी मां त्रिमूर्ति अस्पताल में हार्ट अटैक के बाद भर्ती थीं।
FIR दर्ज, CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस
कैंट थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि प्रिंसिपल की तहरीर पर बीएनएस की धारा 115(2), 351(3) और 352 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस CCTV फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर जांच कर रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
