Movie prime

मतदाता लिस्ट से MLC आशुतोष सिन्हा और उनके परिवार का नाम कटा, सपा ने कहा- राजनीतिक साजिश

वाराणसी में स्नातक और शिक्षक निर्वाचन की मतदाता सूची जारी होने पर सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा और उनके परिवार का नाम गायब मिलने से विवाद बढ़ गया। सपा ने इसे राजनीतिक साजिश बताया। एमएलसी ने डीएम से मिलकर शिकायत की, जबकि जिला प्रशासन ने एक सप्ताह में त्रुटियाँ सुधारने का आश्वासन दिया।

 
MLC आशुतोष सिन्हा
WhatsApp Channel Join Now
Instagram Profile Join Now

वाराणसी: स्नातक और शिक्षक निर्वाचन की मतदाता सूची पब्लिश्ड होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सूची जारी होते ही कई आवेदकों के नाम गायब पाए गए, जिनमें एक नाम सपा के स्नातक एमएलसी आशुतोष सिन्हा का भी है। एमएलसी और उनके परिवार के सभी सदस्यों का नाम सूची से हट जाने पर सपा ने इसे राजनीतिक साजिश कहा है।

शुक्रवार को एमएलसी आशुतोष सिन्हा सपा जिलाध्यक्ष और अन्य नेताओं के साथ जिलाधिकारी और कमिश्नर से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराने पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि उन्होंने स्वयं, अपनी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के फॉर्म भरकर सभी दस्तावेजों सहित जमा किए थे, लेकिन प्रकाशित सूची में पूरे परिवार का नाम नहीं है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जांच करने के बाद भी उनका नाम कहीं दर्ज नहीं मिला।

आशुतोष सिन्हा ने आरोप लगाया कि वे वर्तमान में स्नातक एमएलसी हैं और 2026 के लिए सपा प्रत्याशी भी घोषित हैं, इसलिए चुनावी साजिश के तहत उनका नाम हटाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में भी वे मतदाता रहे, तभी तो प्रत्याशी बन सके। अब अचानक उनका और उनके परिवार का नाम हटाना गम्भीर अनियमितता है।

उन्होंने डीएम को फॉर्म की रिसीविंग देते हुए मामले की तत्काल जांच और जिम्मेदार अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की। एमएलसी ने कहा कि गैर-भाजपा समर्थकों के वोट बड़े पैमाने पर सूची से हटाए गए हैं, यह सीधे-सीधे लोकतंत्र की हत्या है।

सपा प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यदि एक सप्ताह में इन त्रुटियों को ठीक नहीं किया गया, तो पार्टी को सड़क पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा और इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह जिला प्रशासन की होगी। जिलाधिकारी ने त्रुटियों को ठीक करने का आश्वासन दिया है।

विरोध जताने वालों में सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़, एमएलसी आशुतोष सिन्हा, समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, पूर्व मेयर प्रत्याशी डॉ. ओपी सिंह, जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट, लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपचंद गुप्ता, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संजय मिश्रा और दिलशाद अहमद डिल्लू शामिल रहे।