डेढ़ लाख दो नहीं तो ST-SC एक्ट में फंसा दूंगा, समाधान दिवस में लेखपाल पर रिश्वत और धमकी का आरोप
वाराणसी के संपूर्ण समाधान दिवस में लेखपाल पर रिश्वत और धमकी के गंभीर आरोप लगे, वहीं बुजुर्ग दंपती ने पारिवारिक उत्पीड़न की शिकायत की। सदर तहसील में एक भी मामले का निस्तारण नहीं हो सका, जबकि राजातालाब में डीएम ने 12 प्रकरणों का समाधान किया।
वाराणसी: जनसमस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान शनिवार को सदर तहसील में कई गंभीर मामले सामने आए। कटारी, चोलापुर निवासी देवेंद्र बहादुर सिंह ने फांट-बांट के मामले में तैनात लेखपाल पर रिश्वत मांगने और धमकी देने का आरोप लगाया।
पीड़ित ने बताया कि फांट-बांट से जुड़े प्रकरण में लेखपाल ने कथित तौर पर सड़क पर हिस्सा देने के बदले डेढ़ लाख रुपये की मांग की। आरोप है कि लेखपाल ने रुपये न देने पर मेड़ के रास्ते आने-जाने की बात कही और एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी भी दी। देवेंद्र बहादुर सिंह ने मामले की निष्पक्ष जांच कर संबंधित लेखपाल को हटाने की मांग की। इस पर एसडीएम सदर नितिन सिंह ने गंभीरता से लेते हुए जांच का आश्वासन दिया।
वहीं, लंका स्थित माधव मार्केट निवासी मालती देवी ने समाधान दिवस में भावुक होकर अपनी पीड़ा सुनाई। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका बेटा, बहू और पोते-पोतियां मिलकर उनके और पति के साथ मारपीट करते हैं। पीड़िता ने बताया कि उनके कमरे में ताला लगा दिया गया है, जिससे कड़ाके की ठंड में गर्म कपड़े तक नहीं निकाल पा रहे हैं।
सदर तहसील में कुल 138 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें 103 राजस्व, 15 विकास और 20 पुलिस से संबंधित थे। हालांकि समाधान दिवस में किसी भी मामले का मौके पर निस्तारण नहीं हो सका।
इधर, राजातालाब तहसील में आयोजित समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने जनशिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भूमि विवाद सहित अन्य मामलों में सभी पक्षों की मौजूदगी में स्थल निरीक्षण कर समाधान सुनिश्चित किया जाए।
राजातालाब तहसील में कुल 148 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 12 का जिलाधिकारी ने मौके पर निस्तारण किया। इस अवसर पर सीडीओ प्रखर सिंह, एसडीएम शांतुन कुमार सिनसिनवार, एसीपी अजय श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
