वाराणसी: दो दिवसीय इंटरनेशनल एक्सपो का समापन, पर्यटन के साथ संस्कृति को मिला वैश्विक मंच
वाराणसी। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित दो दिवसीय इंटरनेशनल टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी एक्सपो का शुक्रवार को सफलतापूर्वक समापन हो गया। इस एक्सपो ने पर्यटन, उद्योग, व्यापार और निवेश के क्षेत्र में नई संभावनाओं को बल प्रदान किया तथा नए उद्योगों के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
एक्सपो का समापन काशी के प्रसिद्ध ज्योतिषियों और विद्वानों के ज्योतिष सम्मेलन के साथ हुआ। सम्मेलन में ज्योतिष विज्ञान, कालचक्र, कुंडली, कर्म-भाग्य तथा 840 योग विद्या पर गहन चर्चा की गई। ज्योतिषाचार्यों ने व्यापार जगत में ज्योतिष के महत्व पर प्रकाश डाला। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के ज्योतिषाचार्य प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय ने कहा कि आजकल लोग मुहूर्त से लेकर महत्वपूर्ण कार्यों के लिए ज्योतिष का सहारा ले रहे हैं। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने व्यापार को लक्ष्मी और शिक्षा को सरस्वती का पूरक बताते हुए सांस्कृतिक दृष्टिकोण से उद्योग विस्तार की वकालत की।
इससे पूर्व, छह देशों के राजनयिकों ने 'क्रॉस-बॉर्डर सिनर्जी: अंतरराष्ट्रीय निवेश एवं संयुक्त उपक्रमों की संभावनाएं' विषय पर सेमिनार में भाग लिया। सेमिनार का सह-आयोजन इन्वेस्ट यूपी द्वारा किया गया। जापान, गुयाना, दक्षिण अफ्रीका और बुर्किना फासो सहित अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश के साथ व्यापार बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की।
जापान के इकोनॉमिक काउंसलर जिरो कोडेरा ने वाराणसी के सारनाथ से प्रेरित बौद्ध संस्कृति के माध्यम से भारत-जापान संबंधों की मजबूती पर जोर दिया। उन्होंने ऊर्जा, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और पर्यटन क्षेत्र में सहयोग की बात कही तथा भारतीय पर्यटकों की जापान में बढ़ती संख्या और भारतीय भोजन-मसालों की लोकप्रियता का उल्लेख किया।
गुयाना के उच्चायुक्त महामहिम धरम कुमार सीराज ने ईको-टूरिज्म, ऊर्जा, डिजिटल हेल्थ, एआई और स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं बताईं। दक्षिण अफ्रीका के फर्स्ट सेक्रेटरी खातुत्शेलो थगवाना ने भारत-अफ्रीका व्यापार सहयोग को मजबूत करने पर बल दिया। बुर्किना फासो के मिनिस्टर काउंसलर क्रिश्चियन डिडलियर यिओडुआ जिंगुए क्वाटारा ने अफ्रीकी महाद्वीप और वाराणसी में पर्यटन की अपार संभावनाओं का जिक्र किया।
आईआईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने विदेशी अतिथियों का स्वागत करते हुए इसे भारत और संबंधित देशों के बीच मित्रता व सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रतीक बताया। राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश गोयल ने एक्सपो को सार्थक साझेदारियों और नए निवेश अवसरों का माध्यम बताया। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने सहभागी देशों के साथ एमओयू का प्रस्ताव रखा, जिससे बी2बी बैठकें, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और संयुक्त उपक्रमों को बढ़ावा मिल सके।
सेमिनार में आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर.के. चौधरी, महासचिव दीपक कुमार बजाज, उपाध्यक्ष राजीव बंसल सहित कई उद्यमी उपस्थित रहे। संचालन अनिल के. जादोनिया ने किया तथा राष्ट्रीय सचिव अनुपम देवा ने सभी अतिथियों और सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त किया।
