MGKVP में छात्र पर हमले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, दो फरार, जेएचवी शूटआउट कांड में भी रहा है नाम
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में एलएलएम छात्र गौरव सिंह पटेल पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। सिगरा पुलिस ने मुख्य आरोपी और काशी विद्यापीठ के पूर्व छात्र नेता आलोक उपाध्याय को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दो अन्य आरोपी- मोनू सिंह और अंकित मिश्रा अब भी फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
गैंगस्टर, हत्या और डबल मर्डर में आरोपित रहा आलोक
गिरफ्तार आलोक उपाध्याय का आपराधिक इतिहास लंबा है। वह चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव का निवासी है। सिगरा और कैंट थाना क्षेत्रों में उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, गैंगस्टर एक्ट समेत कुल छह मुकदमे दर्ज हैं।
सात साल पहले छावनी स्थित जेएचवी मॉल में हुए कुख्यात शूटआउट कांड में भी वह मुख्य आरोपी था, जिसमें टेलर समेत दो लोगों की गोली लगने से मौत हो गई थी। आलोक पर डबल मर्डर का आरोप था और वह कई वर्षों तक जेल में बंद भी रहा।
क्या है ताज़ा मामला?
सिगरा इंस्पेक्टर संजय कुमार मिश्रा के अनुसार, पांडेयपुर निवासी गौरव सिंह पटेल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि रिज़ल्ट लेने के लिए काशी विद्यापीठ पहुंचने पर मोनू सिंह, अंकित मिश्रा और आलोक उपाध्याय ने पहले गालीगलौज की, फिर मारपीट की। इस दौरान मोनू सिंह ने पिस्टल से फायरिंग करने की कोशिश की, लेकिन हथियार नहीं चला। इसके बाद तीनों आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए।
चुनाव की तैयारी में जुटा था आलोक
जेल से छूटने के बाद आलोक चंदौली में सक्रिय हो गया था। पुलिस जांच में सामने आया कि वह चहनिया ब्लॉक से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। उसके चार पहिया वाहन पर चुनाव से जुड़े पोस्टर भी लगे मिले हैं।
पुलिस अब फरार दोनों आरोपियों की तलाश तेज कर चुकी है और मामले की जांच जारी है।
