वाराणसी। इस वर्ष काशी की देव दीपावली 15 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन काशी की उत्तरवाहिनी गंगा के दोनों किनारे दीपों की अद्भुत रोशनी से आलोकित होंगे। अर्धचंद्राकार घाट दीपों की श्रृंखला से सजे दिखेंगे, वहीं गंगा पार रेत पर पर्यटक रंगीन आतिशबाजी, लेजर शो, और शिव भजनों के साथ ग्रीन क्रैकर शो का आनंद उठा सकेंगे।
श्री काशी विश्वनाथ धाम के पास भव्य आतिशबाजी
श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के सामने, रेत पर ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो आयोजित किया जाएगा। योगी सरकार ने इस देव दीपावली को खास और भव्य बनाने के लिए 12 लाख दीपों से घाटों को सजाने के साथ लेजर और क्रैकर्स शो की भी व्यवस्था की है।
पारंपरिक कला और आधुनिक तकनीक का संगम
पर्यटन विभाग के उप निदेशक राजेंद्र कुमार रावत के अनुसार, इस बार की देव दीपावली में पारंपरिक कला को अमेरिका में विकसित “फायर वन फायरिंग” तकनीक के साथ जोड़ा जाएगा। इसके तहत लगभग 10 मिनट तक शिव भजन और संगीत के साथ ग्रीन क्रैकर और लेजर शो का अलौकिक नजारा काशी में पहली बार देखने को मिलेगा। गंगा आरती के साथ-साथ पर्यटक गंगा पार रेत पर ग्रीन आतिशबाजी का भी आनंद ले सकेंगे।
पर्यावरण के अनुकूल ग्रीन आतिशबाजी
ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो आयोजित करने वाली एक्सिस कम्युनिकेशन कंपनी के सीईओ मनोज गौतम के अनुसार, रेत पर लगभग 1.5 किलोमीटर तक फैले इस शो में शिव भजनों पर आधारित 9-10 ट्रैक्स के साथ आतिशबाजी की जाएगी। इसके दौरान आसमान में सतरंगी रंगों की छटा बिखरेगी और आकर्षक चित्र उभरेंगे। कंपनी के इंडिया हेड संजय प्रताप सिंह के अनुसार, 60-70 मीटर ऊंचाई तक उठने वाली यह ग्रीन आतिशबाजी पर्यावरण के अनुकूल है, और इसकी आवाज 70 डेसीबल से कम होती है।
अद्भुत दृश्य का अनुभव
क्रैकर शो, लेजर शो और शिव भजनों की त्रिवेणी दर्शकों को अलौकिक, अकल्पनीय और अद्भुत दृश्य का अनुभव कराएगी। पूर्णिमा की रात लेजर शो के कारण आकाश में रंग-बिरंगे पैटर्न उभरेंगे, जो शहर के क्षितिज को सतरंगी बना देंगे। माँ गंगा के आंचल में आतिशबाजी का प्रतिबिंब देव दीपावली को अविस्मरणीय बना देगा।