भारत ने रूस के लिए शुरू की 30 दिन की वीजा-फ्री सुविधा, जानें कौन-कौन से देश भारत को देते है ये फैसिलिटी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की द्विपक्षीय बैठक के बाद भारत और रूस ने समुद्री ढांचों और पोत परिवहन से जुड़े एक नए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह करार दोनों देशों के बीच व्यापारिक आवाजाही को और सुगम बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
बैठक में कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी। इसी दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि रूस से भारत आने वाले पर्यटकों के लिए ई-वीजा सुविधा शुरू की जाएगी। सरकार अगले 30 दिनों के भीतर ई-वीजा प्रक्रिया को लागू करेगी। संयुक्त प्रेस बयान में उन्होंने यह भी बताया कि ई-टूरिस्ट वीजा और ग्रुप टूरिस्ट वीजा सेवाएं जल्द शुरू होंगी।
भारतीय पासपोर्ट की बढ़ती ताकत
2025 के Henley & Partners पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, भारतीय पासपोर्ट धारक अब दुनिया के 59 देशों में
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वीजा-मुक्त,
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वीजा-ऑन-अराइवल, या
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ई-टीए / ई-वीजा
की सुविधा के साथ यात्रा कर सकते हैं।
यह भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा और मजबूत कूटनीतिक प्रयासों का संकेत है। पहले जहां लंबी वीजा प्रक्रियाएँ लोगों को यात्रा से रोक देती थीं, अब दुनिया के कई हिस्सों तक पहुंच पहले से अधिक सरल हो गई है।
किन देशों में मिल रही है वीजा-फ्री यात्रा?
वीजा-मुक्त या आसान वीजा सुविधा देने वाले देशों की सूची में शामिल हैं:
एशिया
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मलेशिया
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मालदीव
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थाईलैंड
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नेपाल
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भूटान
कैरिबियन व अफ्रीका
कई द्वीप देश और अफ्रीकी राष्ट्र भी भारतीय यात्रियों को आसान एंट्री दे रहे हैं।
ओशियनिया और अन्य क्षेत्र
कुछ क्षेत्रीय द्वीप और साइप्रस के हिस्से भी इस सुविधा में शामिल हैं।
ये गंतव्य न सिर्फ लोकप्रिय हैं, बल्कि पश्चिमी देशों की तुलना में यात्रा भी यहां अधिक किफायती और आसान रहती है।
भारत की विदेश नीति का बदलता स्वरूप
वीजा-मुक्त पहुंच में बढ़ोतरी सिर्फ यात्रा सुविधा नहीं, बल्कि भारत के वैश्विक प्रभाव, कूटनीतिक संबंधों और अंतरराष्ट्रीय भरोसे को दर्शाती है। चाहे पर्यटन हो, शिक्षा, व्यापार या वैश्विक संपर्क, भारत के अंतरराष्ट्रीय दरवाजे तेजी से खुल रहे हैं।
