Varanasi : ईद के त्योहार ( Eid 2025) को लेकर पूर्वांचल की प्रसिद्ध भदउ सेवई मंडी(Bhadau Sewai Mandi) में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। यहां के कारीगर पारंपरिक तरीके(Traditional Sewai Making) से मोटी, महीन, दूधफेनी और भुनी हुई सेवइयां तैयार कर रहे हैं, जो मुस्लिम समाज में बेहद लोकप्रिय हैं।

वाराणसी स्थित सच्चे लाल सेवई प्रतिष्ठान पिछले 100 वर्षों से इस व्यवसाय से जुड़ा हुआ है और अब इसकी तीसरी पीढ़ी इस विरासत को आगे बढ़ा रही है। व्यापारी बताते हैं कि भदउ मंडी की सेवई की मांग पूरे पूर्वांचल(Best Sewai in Purvanchal), गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ, जौनपुर और बनारस समेत अन्य जिलों में बनी रहती है।
व्यापारियों का कहना है कि बढ़ती महंगाई (Sewai Price and Demand) का असर सेवई की कीमतों पर जरूर पड़ा है, लेकिन ईद की रौनक के चलते ग्राहकों की खरीदारी जारी है। हर साल की तरह इस बार भी बाजार में चहल-पहल बनी हुई है और दुकानदारों को उम्मीद है कि त्योहार के नजदीक आते-आते बिक्री और बढ़ेगी।

कारीगरों ने बताया कि इस बार बाजार में विशेष रूप से मोटी सेवई, महीन सेवई, दूधफेनी और भुनी हुई सेवई की मांग ज्यादा है। ये सभी सेवइयां पारंपरिक विधियों (Traditional Sewai Making) से तैयार की जाती हैं, जिससे उनका स्वाद और गुणवत्ता बनी रहती है।
Eid 2025 : पूर्वांचल की सेवई मंडी (Best Sewai in Purvanchal) से जुड़ी खास बातें
- 100 साल पुरानी सेवई परंपरा
- भदउ सेवई मंडी से पूरे पूर्वांचल में सप्लाई
- मोटी, महीन, दूधफेनी और भुनी सेवई की सबसे ज्यादा मांग
- महंगाई का असर, लेकिन ग्राहकों की खरीदारी जारी
- त्योहार नजदीक आते ही बाजार में और बढ़ेगी रौनक

