नई दिल्ली I वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक और अन्य नेशनलाइज बैंकों में चीफ जनरल मैनेजर (CGM) के पद सृजित करने को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय डिजिटलीकरण, साइबर सुरक्षा, वित्तीय प्रौद्योगिकी, रिस्क, कंप्लाइंस, गांवों में बैंकिंग और वित्तीय समावेशन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर बेहतर ध्यान देने के लिए किया गया है।
इस नए सीजीएम पद का स्तर निदेश मंडल से नीचे होगा, जिससे इन बैंकों की प्रशासनिक संरचना और दक्षता में सुधार होगा। पहले से मौजूदा सीजीएम की संख्या में भी बढ़ोतरी की गई है, जिससे बैंकों की कार्यक्षमता और निगरानी में वृद्धि होगी।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, सीजीएम पद महाप्रबंधक (GM) और कार्यकारी निदेशक (बोर्ड स्तर के पद) के बीच एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक और कार्यात्मक स्तर के रूप में कार्य करेगा। सीजीएम की बढ़ी हुई संख्या बैंकों को बेहतर नियंत्रण, परिसंपत्ति प्रबंधन और परिचालन दक्षता में सहायता प्रदान करेगी।
इस निर्णय से न केवल सीजीएम पद पर पदोन्नति पाएंगे, बल्कि उप महाप्रबंधक (DGM) और सहायक महाप्रबंधक (AGM) स्तर के अधिकारियों को भी लाभ होगा। सभी 11 नेशनलाइज बैंकों में सीजीएम पदों की संख्या 80 से बढ़कर 144 हो गई है।